मनी मैनेजमेंट के तरीके, money management tips in hindi

जीवन पाटील
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मनी मैनेजमेंट के तरीके, money management tips in hindi


दोस्तो, क्या आप पैसे के बारे में आश्वस्त होना चाहते है। Money management kya hai? मनी मैनेजमेंट के तरीके के बारे में जानना चाहते है।क्या आप इतना पैसा चाहते है की आपकी सारी जरूरत बिना किसी परेशानी के आसानी से पूरी हो जाए? अगर इसका जवाब हां है तो ये पोस्ट खास आपके लिए ही है।

मनी मैनेजमेंट क्या है?


कोई भी व्यक्ति जितने भी पैसे कमाता है, उसे जरूरत के अनुसार खर्चा करता है, बचत करता है, इन्वेस्ट करता है, ये सारे कार्य वह पैसों के साथ करता है। लेकिन दुनिया के प्रत्येक व्यक्ति की इस विषय को लेकर अपनी अपनी सोच होती है। वह अपने पैसों के साथ किस तरह का व्यवहार करता है। उसे ही money management कहते है। जिस तरह सरकार प्रति वर्ष अपना वार्षिक बजट पेश करती है। उसमे कहा कितने पैसे लगाने है। कौन सी नई योजनाएं बनी है। कहा पर टैक्स घटाया अथवा बढ़ाया गया है, ये सब एक तरह से सरकार का मनी मैनेजमेंट कहा जायेगा। इससे जुड़ी Financial planning in hindi फाइनेंशियल प्लानिंग इन हिंदी ये पोस्ट भी जरूर पढ़े।

मनी मैनेजमेंट में अपने पैसे को हमे इस तरह से उपयोग में लाना है, जिससे हमारे पास आनेवाले समय में आज से बेहतर financial growth हो। इसके लिए कई सारे पॉइंट्स पर हमे ध्यान देना होगा। ज्यादातर लोगों के पास अचानक से बहुत बड़े amount में पैसा आने पर लोग उसका गलत तरीके से उपयोग करते है। आनेवाले समय में हमारी आर्थिक स्थिति कैसी रहेगी? ये सब हमारे आज के मनी मैनेजमेंट के उपर आधारित होता है।  इसके लिए ये जरूरी नहीं होता की आज हम कितना कमाते है या हमारे पास आज कितना amount है। आपने ऐसे लोगों को भी सुना होगा की जिन्होने करोड़पति से रोडपती बनने का सफर तय किया है। सही money management ना होने के कारण लोग करोड़पति से फिर से कंगाल हो जाते है। इसलिए ये subject अपने आप में बहुत important हो जाता है। भले ही ज्यादातर लोग मनी मैनेजमेंट का उपयोग ना करते होंगे, लेकिन विश्व की हर कंपनी, हर संस्था, और विश्व की हर गवर्नमेंट मनी मैनेजमेंट का उपयोग करके ही प्रगति करती है। जिस कंपनी का मनी मैनेजमेंट ठीक नहीं होता वह कंपनी अच्छा growth नहीं कर सकती। लोग ऐसी कंपनी में इन्वेस्ट करने से भी कतराते है। इसलिए प्रत्येक घर में इसका उपयोग जरूर किया जाना चाहिए।


money management tips in hindi


Money management kyu jaruri hai?


पैसों को सही तरीके से मैनेज करना, और पैसों की सही ढंग से प्लानिंग करना, पारिवारिक खुशहाली, सुकून भरी जिंदगी की नींव होती है। money management के तरीके आपकी जिंदगी बदल सकते है। जिस तरह परिवार के लिए प्यार और देखभाल और आपसी समझ की जरूरत होती है उसी तरह हर परिवार के लिए पैसों का व्यवस्थापन जरूरी होता है। इसके बिना हम बेहतर जिंदगी की कल्पना भी नहीं की जा सकती। हमारी जिंदगी में पैसों को लेकर लिए गए फैसले खुशहाल जीवन या तनावग्रस्त जीवन का कारक होते है। पैसे से जुड़े आपके फैसले सही होते है तो ये आपके पारिवारिक रिश्तों को और भी मजबूत बनाते है। इसलिए मनी मैनेजमेंट की बेहतर प्लानिंग परिवार के जीवन को सुकुन दिलाती है। 


दुनिया में हर व्यक्ति या परिवार का रहना, खाना, उनका बिजनेस, उनकी सोच और निर्णय लेने की क्षमता, और पैसा खर्च करने के तरीके सब कुछ अलग अलग है। इसलिए जिन दो व्यक्तियों के पास एक समान नौकरी, एक समान दौलत होती है फिर भी कुछ ही सालों बाद उन दोनो को आर्थिक स्थिति में फर्क देखने को मिलता है। ये सिर्फ इसलिए होता है क्यों की उन दोनो की सोच, निर्णय लेने की क्षमता, और खर्चा करने के तरीके अलग है। यही पर मनी मैनेजमेंट की जरूरत होती है। हमारे पास पैसा है, लेकिन उन पैसों के साथ हम किस तरह का व्यवहार करते है, इस पर हमारा भविष्य निर्धारित होता है। आपने अपने आस पड़ोस में ऐसे कई लोग भी देखे होंगे, जिनकी आमदनी तो अच्छी है फिर भी कम आमदनी वालों की तुलना में उनकी स्थिति अच्छी नहीं है। क्यों की पैसों मैनेज करना उन्हे आता नहीं है। दुनिया में सिर्फ 5 या 10% लोग ही अच्छी तरह money management को जानते और उसे apply करते है।
जब हम समझ जाते है कि हमे पैसे के साथ कैसा व्यवहार करना है तो हमारी जिंदगी आसान हो जाती है। पैसों के हिसाब से हमारी जिंदगी नही चलनी चाहिए बल्कि हमारे हिसाब से पैसे काम करने चाहिए। लोगों की सोच पैसों को लेकर बिलकुल उल्टी होती है, इसीलिए उन्हें पैसे के लिए जिंदगी भर संघर्ष करना पड़ता है। पैसे की एक साइकोलॉजी होती है, पैसों का एक math होता है, उसे जिसने समझ लिया, उसके लिए पैसा कमाना और अमीर बनना आसान हो जाता है।


आप अपने काम में expert है, आपका IQ लेवल भी अच्छी है, आपने अच्छी पढ़ाई लिखाई की हुई है, लेकिन अगर आप का मनी मैनेजमेंट ठीक नहीं होता फिर भी आपकी फाइनेंशियल कंडीशन ठीक नहीं हो सकती।  इसलिए आपको मनी मैनेजमेंट के सूत्र  पता होने चाहिए जो आपको जिंदगी में फाइनेंशियली सही निर्णय लेने में मददगार होंगे। अमीर होना या गरीब होना ये इस बात पर depend नही करता की आप कितना पैसा कमाते है, बल्कि इस बात पर depend करता है की आपकी पैसे को लेकर क्या सोच है, इनको किस तरह से मैनेज करते है। जिसने एक एक रुपए की कीमत समझी है वही अपनी आर्थिक स्थिति बेहतर कर पाया है। दुनिया में बहुत सारे ऐसे लोग है जिनके पास करोड़ों की दौलत है, लेकिन वह गरीबी से उठाकर अमीर बने है। उन करोड़पति लोगों में अन्य योग्यताओं के साथ एक गुण ये भी समान रूप से देखने को मिलता है, वह है पैसों को सही ढंग से मैनेज करना, उनकी अहमियत समझना। आपकी आज की सोच ही आपकी भविष्य की फाइनेंशियल कंडीशन बनाती है। जब भी हम कोई खर्चा करने जाते है, हमे अपने आप से एक सवाल जरूर पूछना चाहिए। जो आपको फालतू के खर्चे करने से बचाएगा। हमे खुद से सवाल पूछना चाहिए की ये चीज खरीदना मेरे लिए कितना जरूरी है।


रोज रोज की कड़ी मेहनत से जरूरी है की मनी मैनेजमेंट की विस्तुत रूप से सीखा जाए। पैसा हमारी जिंदगी के लिए बहुत जरूरी होता है, हर जगह पैसे की अहमियत मालूम पड़ती है। पैसा वह चीज है जो हमारी केयर करती है। लेकिन इससे पहले हमे पैसे की केयर करनी पड़ती है। पैसे की अहमियत वह ज्यादा अच्छी तरह समझता है जिसके पास पर्याप्त मात्रा में धन नही होता। अगर आप financially freedom पाना चाहते है या पर्याप्त मात्रा में धन चाहते है तो Financial management के तरीके आपको जानने ही होंगे। आप अपने लिए और अपने परिवार के लिए बहुत पैसा कमाना चाहते है तो ये पोस्ट को शुरू से अंत तक जरूर पढ़ लेना। क्यों की इस पोस्ट में बताई गई जानकारी आपके जिंदगीभर काम आनेवाली है। इसलिए इस पोस्ट में इस खास विषय पर यानी money managment कैसे करते है हिंदी में इसके बारे में जानेंगे।


Money management tips in hindi


◼️1. अपनी चीजों का ख्याल रखे : 

अमीर बनने के लिए मनी मैनेजमेंट के हर तरीको को बारीकी से समझना होगा, इन्ही में से पहला तरीका है अपनी चीजों का खयाल रखे। हमारे पास कितनी सारी चीजे होती है जिन्हे हमने कभी ना कभी पैसे देकर खरीदा होता है, लेकिन बहुत सारी चीजों की हम care ही नही करते। कुछ समय बाद वह चीजे बिगड़ जाती है, या फिर खराब हो जाती है। अगर हम अपनी चीजों की care नही करते, और उनकी सही समय पर मरम्मत नहीं करते है तो लंबे समय में आपको बहुत बड़े खर्चे का सामना करना पड़ेगा। जहा छोटे खर्चे से काम चल सकता था, वही पर बहुत बड़ा खर्चा करना पड़ जाता है।वह चीजे कुछ भी हो सकती है, जैसे अपना घर, गाड़ी, मोटरसाइकिल, अपने कपड़े  या घरकी छोटी छोटी चीजे। जिनका हमने मूल्य चुकाया है वह उसका ख्याल न रख पाने के कारण वह बहुत कम समय में कबाड़ में देना पड़ता है और उसको जगह नई चीज खरीदने के लिए पैसा खर्च करना पड़ता है। ये बात अपने परिवारजनों पर भी समान रूप से लागू होती है। अपने हेल्थ के लिए हमे सबसे ज्यादा careful रहने की जरूरत रहती है। हम बीमारी कम होने पर ही इलाज कर लेते हैं तो कम खर्चे में बीमारी निपट जाती है। अपनी सेविंग बढ़ने के लिए ये टिप्स बहुत काम की है, इसलिए अपने चीजों को केयर करे।

 ◾2. प्रतिदिन जमाखर्च लिखना : 

money managment सिर्फ इसको नही कहते की पैसों को कहा इन्वेस्ट करना चाहिए, बल्कि कहा पैसे नही जाने चाहिए, और कहा से पैसे बचाएं जा सकते है। अगर हम प्रतिदिन जमाखर्च लिखने की आदत डाल लेते है तो ये आदत आपके बहुत काम आने वाली है। इसे आसानी से ट्रैक या analise  कर पाएंगे। मैं जानता हूं की शुरुआती दिनों में आपको बोरिंग सा लगेगा। लेकिन आदत बन जाने पर आपको कई फायदे होंगे। तुम्हे घर के बजट से जुड़ी कई जानकारियां मिल पाएगी, जैसे..
  • आपने इस महीने कुल कितना खर्चा किया है?
  • तुमने इस महीने सबसे ज्यादा खर्चा किन चीजों में किया है?
  • कही आपका खर्चा बजट से बहार तो नही हों रहा?
  • इस हफ्ते या महीने में आपने किन गैर जरूरी चीजों को खरीदा है।
  • किन खर्चों को बचाकर आप अपना खर्चा कम कर सकते है।
इस तरह से बहुत सी बाते आपको समझ जाती है, जो  आपके लिए हितकारी होती है। तुम्हे कहा खर्चा करना चाहिए? और कहां नही करना चाहिए? ये समझ आपको आ जाती है। इस तरह से फालतू के खर्चे बचाकर उन्हें आप किसी जरूरी चीजों में लगा पाएंगे या उन्हे बचाकर कही निवेश करके उन्हें बढ़ा सकते है। प्रतिदिन जमाखर्च लिखकर आपका badget बन जायेगा, आप बस उसपर अमल करिए। खर्चे से अर्निंग बढ़ने की कोशिश करिए और ज्यादा से ज्यादा saving करते रहिए। ये तरीका भी मनी मैनेजमेंट का एक हिस्सा है। हर महीने का आय व्यय लिखने के तीन steps होते है, devloping, tracking, और analyzing, ये स्टेप अपनाकर अपने परिवार का एक जमाखर्चा करते रहने से आप प्रगति कर रहे है या नही ये भी पता चलेगा। आप earning से ज्यादा खर्चे करते है तो आप खुद ही अलर्ट हो जायेंगे की हम कही पर फालतू खर्चे किए जा रहे है। ये पैसे बचाने की आदत डालने का बेस्ट तरीका है।

सबसे अच्छी इस बात को फॉलो करेंगे, तो कुछ ही महीने में आपकी बचत बढ़ जाएगी, भले ही आपकी आमदनी कितनी भी रहे। आप financially सुरक्षित महसूस करेंगे। कही ना कही तुम्हारी जिंदगी में अच्छे बदलाव महसूस करने लगेंगे।

◾3. मनी मैनेजमेंट सीखने के लिए समय दीजिए : 

मनी मैनेजमेंट के लिए ये टिप्स भी जरूरी है। हम पैसे कमाने के लिए, अपने घर की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए दिन रात मेहनत करते है। लेकिन ये कितना जोक है की जिसके लिए हम इतनी मेहनत करते है उस पैसे को manage करना हमे आता ही नही। हमे पैसे तो कमाने है पर उसे कहा कितना खर्चा करना है कहा पैसा बचाना है और उन्हें कहा इन्वेस्ट करना है ये हमे आता ही नही। ये बहुत बड़ी खेद को बात है। सबसे बड़े खेद की बात तो ये है की इंडिया के 90% से भी ज्यादा लोगों को money management  करना आता नही। लोग अक्सर अपनी wealth बढ़ाने के लिए शरीर का पूरा उपयोग करते है, लेकिन दिमाग का उपयोग ही नही करते। करोड़पति या अमीर बनने के लिए शारीरिक मेहनत से ज्यादा दिमागी मेहनत मायने रखती है। अगर शारीरिक मेहनत से ही अमीर बना जाता तो आज सारे मजदूर अमीर होते और शारीरिक मेहनत ना करने वाले गरीब होते। इसका मतलब ये बिलकुल नहीं की आपको शारीरिक मेहनत करना छोड़ देना चाहिए, बल्कि मेरे कहने का मतलब है की हमे मेहनत के साथ पैसे कमाने के लिए या बढ़ाने के लिए दिमाग का भी उपयोग करना चाहिए। ये सिर्फ तब हो पाएगा जब आप पैसे का व्यवस्थापन के बारे में ज्यादा से ज्यादा knowledge लेंगे। जैसे जैसे आपका इस बारे में ज्ञान बढ़ते जायेगा। आप पैसों को बहुत आसानी से कमा पाएंगे। आगे चलकर ऐसा भी हो सकता है की आपको पैसों के लिए कड़ी मेहनत भी ना करना पड़े।  अब सवाल ये आता है की ये सब कहा सीखा जाए? मनी मैनेजमेंट क्या है ये कैसे सीखे? दोस्तो, हम उन सारे तरीको से इसे सिख सकते है। अपने फ्रेंड सर्कल में बाते करके, ऑनलाइन सर्च करके, सोशल मीडिया जैसे प्लेटफार्म का उपयोग करके या books पढ़कर भी मनी मैनेजमेंट के तरीके सिख पाएंगे। या फिर कही ना कही अपने समाज में जिसे भी इस बारे में ज्यादा जानकारी है, उसे अपना फ्रेंड बनाकर भी उससे पर्सनली जानकारी ली जा सकती है। इसके अलावा आपके आस पड़ोस में जिसने भी कम समय में अच्छी दौलत कमाई है, ऐसे व्यक्ति से मेलजोल बढ़ाकर उससे भी कुछ टिप्स लेना चाहिए। ऐसे व्यक्ति के सफलता की तारीफ की जाए तो वह आपको बहुत कुछ बाते बता सकते है, जिन्हे follow किया जा सकता है। कुल मिलाकर जहा से भी संभव हो, आपको मनी मैनेजमेंट के तरीके जानने की आवश्यकता है। इन्ही तरीको को अपनाकर अमीर बनने का रास्ता आसान हो जायेगा। 

 ◾4. घर में पारिवारिक लोगों के साथ फाइनेंशियल बाते करे :

जब हमारा परिवार एक साथ रहता है तब उनके साथ फाइनेंशियल चर्चा करे। वह चर्चा खुद अपने परिवार की हो या किसी अन्य परिवार के बारे में मनी मैनेजमेंट की चर्चा हो सकती है। लेकिन फालतू बाते करने से ये ज्यादा अच्छा रहता है। इसमें अपने परिवार के बच्चो को भी सम्मिलित करे। जिससे उन्हें भी money management के बारे में सीखने और समझने को मिलेगा, जिसका उन्हे अपनी जिंदगी में जरूर फायदा होगा। जब आपका बच्चा फाइनेंशियल नॉलेज लेकर बड़ा होगा तो वह उसे जिंदगी की शुरुआत से ही इसपर अमल करके करोड़ों रुपए में खेलेगा। जब परिवार के सारे सदस्य पैसे की बचत, खर्चे और पैसों को सही जगह इन्वेस्ट करने के बारे में चर्चा करेंगे तो परिवार के सारे सदस्य आपस में अपने विचारो का आदान प्रदान करेंगे। जिससे सारे परिवार के लोग इस बारे में एकमत हो जायेंगे, सभी को घर की आर्थिक स्थिति के बारे में पता होगा और सबसे बड़ा फायदा ये होगा की घर के सारे लोग अपनी आर्थिक स्थिति बेहतर करने के लिए एक साथ जूट जायेंगे। फालतू खर्चे को टालने का जरूरी प्रयास करेंगे। इसलिए परिवार के साथ व्यावहारिक बाते करते रहने से अपने बच्चो की financial knowledge बढेगी, जिससे वह money management के टिप्स को अपनी जिंदगी में सही तरीके से फॉलो करेंगे।

◾5. शानो शौकत से दूर रहे : 

शानो शौकत एक ऐसी बीमारी है, जो मध्यम वर्गीय लोगों को आगे बढ़ने नही देती। ये बीमारी जिसे लग जाती है वह अमीर बनने की जगह दिन ब दिन गरीब होता जाता है। किसी दोस्त पड़ोसी या रिश्तेदार ने four wheeler खरीदी तो कही ना कही हम भी उसे ले लेते है। सिर्फ ये जताने के लिए की हमारी औकात भी कीसी से कम नहीं है। हम अपना बड़प्पन दिखाने के लिए बड़ी बड़ी चीजे खरीद लेते है जिन्हे खरीदने की हमे जरूरत भी नहीं थी।

हम खुद इस बारे में सोचेंगे की मैंने कौन कौन सी चीजे बेवजह खरीदी है। ये देखकर आप खुद चौक जायेंगे की हम कितने गलत थे। ये बड़प्पन की आदत एक दिन हमको कंगाल करके रख देती है। अगर हमारे पास पर्याप्त पैसे नहीं होते तो हम EMI पर उसे खरीद ही लेते है। ये भी नहीं सोचते की इसका हमारी financial condition पर कितना बुरा असर पड़ सकता है। हम अपनी औकात से भी ज्यादा ब्रांडेड कपड़े, जूते, घड़ी खरीद लेते है। जिससे हमे खुद पर कोई बड़ा फर्क नही पड़ता। ये सिर्फ इसलिए करते है क्यों की हम दूसरो को अपना रुतबा दिखाना चाहते है। मैंने देखा है, कई लोग अपनी शादी में इतना बड़ा खर्चा कर डालते जितने की उनकी औकात नही होती। फिर उसका लोन चुकाने में इनकी आधी से ज्यादा जिंदगी गुजर जाती है। ये बड़प्पन के दिखावे का अच्छा example समझना चाहिए।


आज तक जिसने भी दूसरो के सामने अपना रुतबा दिखाने की कोशिश की है इसे उसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है। दुनिया के जाने माने इन्वेस्टर वॉरेन बफेट ने एक बात बहुत अच्छी कही है। अगर हम कोई ऐसी बड़ी चीज खरीद लेते है जिसकी हमे ज्यादा जरूरत नहीं है तो कुछ समयोपरांत हमे वह चीज बिकनी पड़ सकती है जिसकी हमे बहुत जरूरत है। इसलिए हमे सदैव बड़प्पन दिखाने वाली चीज से हमेशा दूर रहना चाहिए। दिखावे की जिंदगी जीना हमे भविष्य में महंगा पड़ता है। वर्तमान के लिए भविष्य बिगड़ना बेवकूफी ही होती है, ये सदैव याद रखे।
दोस्तो, यहां मैं ये बताने की कोशिश नही कर रहा हु की आप फटे पुराने कपड़े पहनते रहे। ये बताने का मेरा मतलब है की आप बड़प्पन दिखाने के लिए औकात से ज्यादा बढ़कर कुछ खर्चा करते है तो आपका खर्चा हद से ज्यादा हो जायेगा और आपका money management डगमगा जायेगा। पैसे को मैनेज करने के लिए ये स्टेप भी बहुत काम की है, इसे जरूर फॉलो करे।


इस lesson में हमने मनी मैनेजमेंट को लेकर बहुत काम की बाते सीखी है। ये लेसन आपकी जिंदगी को बेहतर बनाने का काम करेगी। पैसों के मामले में हम किसी से competition नही कर सकते। आप अपने आने वाले कल को बीते हुए कल से बेहतर बनाइए। 


6. जल्दी निवेश करना शुरू करे : 

कम उम्र से और उचित जगह निवेश करना ही मनी मैनेजमेंट के सबसे जरूरी स्टेप है। आप निजी जिंदगी में जितने भी पैसों की बचत करते है, उन पैसों का जितना हो सके सही जगह इन्वेस्ट करते रहे। जिससे आपको लंबी अवधि में अपने संपत्ति बढ़ाने और अच्छा रिटर्न प्राप्त करने में समय मिलता है। अगर आपकी आयु इस समय 20 या 25 के लगभग है, तो निवेश करने का विकल्प आपके लिए ज्यादा अच्छा रहेगा। कम आयु में इन्वेस्ट करने से आपको लंबी अवधि तक कंपाउंडिग का लाभ मिलता है, जिससे कम आयु में भी आप फाइनेंशियल फ्रीडम हो जायेंगे। 
इसलिए अपने शुरुआती सैलरी से ही इन्वेस्ट करना शुरू कर दे। म्यूचुअल फंड में निवेश करे, या फिर शेयर मार्केट की अच्छी जानकारी रखते है तो उसमे लॉन्ग टर्म के बेसिस पर इन्वेस्ट करे। सोना, चांदी खरीद सकते है। सोना भी लंबे समय में बेहतर रिटर्न देता है। ये स्टेप इसलिए भी जरूरी है, क्यो की इस तरह कंपाउंडिंग का बहुत बड़ा लाभ मिलेगा। इसके अलावा भी बहुत सारे विकल्प होते है, जिनका उपयोग करके अपने फंड को बढ़ाने में मदद मिलेगी। अपने पैसों की बढ़वार के लिए आपको अपने पैसों को इन्वेस्ट किया जाना चाहिए।


◾7. पैसे को diversify करे: 

निवेश करने के आधार पर अपना सारा फंड किसी एक जगह पर निजी लगाना चाहिए। इसे अलग अलग जगह पर लगाना बेहतर ऑप्शन हो सकता है। अगर आपको निजी समय में अचानक इमरजेंसी फंड की जरूरत पड़े तो इसके लिए आपके पास ऐसा विकल्प होना चाहिए। आपका कोई फंड ऐसी जगह भी होना चाहिए, जहा आपको रिस्क लेकर ज्यादा रिटर्न कमाया जा सके। आपके पास जो फंड है, लेकिन अगर वह सारा फंड किसी जमीन या बड़ी प्रॉपर्टी खरीदने में लगा लेते है तो आपके पास इमर्जेंसी के लिए कोई फंड नही बचेगा। ऐसी स्थिति में आपको मुसीबत कब्सामना करना पड़ सकता है। इसलिए आपके पैसे को चार से पांच जगहों पर डायवर्सीफाय करके रखे, ताकि आप अच्छे रिटर्न के साथ पैसे की सुरक्षा भी होती रहे। आपकी शेयर मार्केट की knowledge अच्छी है तो अलग अलग शेयर और सेक्टर को चुनकर उसमे निवेश करने से आपका पैसा कम रिस्क के साथ अच्छा रिटर्न भी देता है। इसके लिए अपनी बुद्धि विवेक का उपयोग करे।


◾8.कर्जा लेने से बचे :

अपने जीवन में निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए लोग हमेशा loan लेने का विकल्प चुनें है। कई लोग तो ये मानते है की अपने ऊपर हमेशा कुछ ना कुछ loan रहना चाहिए। क्यों की अपने ऊपर loan रहने से हम अपने कार्यों के प्रति जागरूक रहते है। मेरे ख्याल से ये बहुत गलत  धारणा है, ऐसी सोच उन्ही की हो सकती है जो आलसी प्रवृत्ति के होते है। क्यों की वह लोग ये नही जानते की कर्जा लेना अपने साथ कई तरह की समस्याओं को भी लेकर आता है। ऋण आपकी सारी सेविंग को खा जाता है। ऋण लेना money management के खिलाफ काम करता है। लोन भी दो तरीके है। इसके साथ ही कर्जा आपके सिर पर एक तरह का बोझ बन जाता है। इसलिए लोन को कितना हो सके सीमित रखने का प्रयास करना चाहिए। पैसे का व्यवस्थापन में कर्जा नामक कीड़े को जड़ से मिटाना ही बेहतर विकल्प होता है।


◾9. पहले बचत करे, बाद में खर्चा करे : 

सामान्य नियम के अनुसार लोग सबसे पहले पूरे महीने का खर्चा कर डालते है। फिर जो भी amount रहता है उसकी बचत करते है। देखा जाए तो ज्यादातर बार कुछ भी बचत नही हो पाती। ऐसा इसलिए होता है क्यों की महीने के खर्चे के दौरान फालतू खर्चे हो जाते है, जिससे बचत नही हो पाती। लेकिन अगर हम अपनी मासिक आय का 20, से 25% तक का हिस्सा पहले ही निकाल कर उसका saving करते है तो हम प्रतिमाह अच्छी बचत कर पाते है। इसके बाद सैलरी में से जो भी अमाउंट बचता है, उससे महीने के खर्चा निकाले। हो सकता है ये आपके लिए मुश्किल सा लगे, लेकिन नामुमकिन नही है। इस तरह से हर महीने बचत करते हुए इन्वेस्ट करेंगे तो बहुत जल्द आपकी फाइनेंशियल कंडीशन में गजब का बदलाव देखने को मिलेगा। ये बहुत गजब का powerful farmula है। इसे जो भी अपनाएगा, उसकी अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत होती जाएगी। इस फार्मूले का उपयोग करने से आप फालतू का खर्चा नहीं कर पाएंगे। ये money management का फार्मूला का उपयोग हर उस इंसान को करना चाहिए जो अमीर बनना चाहता है।


सारांश : मनी मैनेजमेंट कैसे करे?

दोस्तो, आपने इस पोस्ट में मनी मैनेजमेंट कैसे करे? इस बारे में विस्तुत जानकारी पाई है। आशा करता हूं की मनी मैनेजमेंट के तरीके इस पोस्ट में आपने जो टिप्स पढ़े है उन्हे जरूर फॉलो करेंगे। दोस्तो, इस साइट पर कोई भी fake जानकारी नहीं दी जाती। मेरी प्रामाणिक बुद्धि के अनुसार सही जानकारी दी जाती है। दोस्तो, इस तरह के helpful जानकारी पाने के लिए इस साइट पर विजिट करते रहिए। धन्यवाद..





 


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