शेयर मार्केट क्या है और कैसे सीखे हिन्दी में,
शेयर मार्केट क्या है ? फुल जानकारी हिंदी में बैगिनर्स गाइड, What is share market? full information beginners guide in hindi?
हेल्लो दोस्तो, आपका इस ब्लॉग में स्वागत है। शेयर मार्केट क्या है begginers guide in hindi। Share bajar को detail में जानने के लिए इस पोस्ट को शुरू से अंत तक जरूर पढ़े। ये पोस्ट आपके लिए बहुत imformative होने वाली है। शेयर मार्केट से जुड़े हर पहलू पर details से जानकारी दी गई है। शेयर मार्केट क्या है इस पोस्ट को पढ़ने के बाद शेयर मार्केट में आप खुद से इन्वेस्ट कर के पैसे कमा पाएंगे और शेयर मार्केट से अमीर बन पाएंगे। अगर आप स्टॉक मार्केट में beginner है फिर भी आप इस पोस्ट को पढ़कर अच्छे से समझ पाएंगे।
क्यों की इस आर्टिकल में आपको share market से जुड़ी full जानकारी मिलनेवाली है, और आपको इस article से जुड़े सारे सवालों के जवाब मिलेंगे जैसे :
शेयर मार्केट क्या है और कैसे सीखे हिन्दी में,
1.शेयर मार्केट की जानकारी क्यों लेनी चाहिए?
2.शेयर मार्केट क्या है हिंदी में, What is share market? In hindi
3. शेयर मार्केट की बेसिक जानकारी
4. प्राइमरी मार्केट और सेकंडरी मार्केट
5.शेयर मार्केट में नुकसान से कैसे बचे?
6.शेयर क्या है? What is share?
7.कंपनी का आईपीओ ( IPO) कैसे निकाला जाता है?
8. शेयर मार्केट का क्या महत्व है?
9. कंपनी निवेशकों को dividend और bonus क्यू देती है?
10. Share market में किस किस तरह के स्टॉक्स होते है?
11.Sensex और निफ्टी 50 क्या है? What is sensex and nifty?
12.शेयर मार्केट कैसे स्टार्ट करे – How to Invest in Share Market in Hindi?
13. शेयर मार्केट से पैसे कमाए?
14. शेयर मार्केट में Capital के हिसाब से कितने तरह के स्टॉक होते है?
15. शेयर मार्केट के लिए डीमैट अकाउंट कैसे खोले?
16. शेयर खरीदने पहले क्या करना चाहिए
17. शेयर बाजार में शेयर कैसे खरीदे और कैसे बेचे,?
18. शेयर बाजार से अमीर कैसे बने?
19.शेयर की कीमत कैसे बढ़ती और घटती है?
में निवेश करने के क्या जोखिम हैं?
20. शेयर मार्केट से पैसा कमाने के लिए क्या करना चाहिए?
21. शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमाए?
20. FAQS : शेयर मार्केट किसी कहते है?
22. Conclution :शेयर मार्केट क्या है, शेयर मार्केट की जानकारी
इस पोस्ट मे आपको शेयर मार्केट से जुड़े हर facter को detail में समझाया है। इसमें सभी basic और advance consept को हिंदी में explain किया है। इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपका कोई dout नहीं रहेगा। आप समझ जायेंगे की आखिर शेयर मार्केट क्या है?
ज्यादातर लोग अपना जॉब करते हुए कोई ऐसा extra income करने के लिए कोई न कोई तरीका ढूंढते रहते है। जिससे हमे passive income जनरेट कर सके। आपके इसी उलझन को इस पोस्ट के जरिए सुलझाया है। इस article में आपको आपके हर सवाल का जवाब मिल जायेगा। आप अपना जॉब संभालकर आसानी से extra income कर सकेंगे और अगर आप begginers भी है फिर भी शेयर मार्केट की बारीकियों को सीखकर पैसे कमा सकते है जो की बिलकुल आसन है।
शेयर मार्केट की a to z जानकारी देने से पहले इससे जुड़ी कुछ बात है जो मैं बताना चाहता हु।
- शेयर मार्केट में कभी भी पैसा डूबता है, बल्कि आपने किसी शेयर को खरीदा और उसका प्राइस गिर गया तो कुछ परसेंट का लॉस हो सकता है।
- कोई भी शेयर गलत नही होता बल्कि शेयर खरीदने का समय गलत हो सकता है।
- बिना सोचे समझे,और बिना सीखे स्टॉक में ट्रेडिंग करना मतलब लॉस करना होता है।
- स्टॉक मार्केट में सीखना कभी खत्म नहीं होता, अगर कोई ऐसा समझत है तो वह गलत है। वॉरेन बफेट अभी भी सीखने की कोशिश कर रहे है जो की 90 साल के बुजुर्ग है।
यहां मैने कुछ points बताए है जो हर ट्रेडर को अपनाना चाहिए, जिससे ज्यादा लाभ हो सके। जब आप market investing की दुनिया में आने के इच्छुक है तो आपको अपने कुछ नियम बनाए पड़ेंगे जो हर ट्रेडर को बनाने चाहिए। क्यों की नियम के अनुरूप शेयर में खरीदारी सफलता दिलाती है जिसके लिए मैं आपको एक उदाहरण देना चाहता हूं।
यहां मान के चलते है की आप किसी कार के ड्राइवर है जिसे आप रास्ते पर चला रहे है। जब ड्राइविंग करते है तो कई सारे नियमों का पालन करना पड़ता है। जैसे भीड़ भरे रास्ते पर ब्रेक पर पाव रखना, red signal पर गाड़ी रोकना, मोड़ आने पर स्टीयरिंग घूमना, मीडियम स्पीड पर गाड़ी चलाना जैसे कई नियम होते है।
लेकिन अगर आप गाड़ी चलाते वक्त किसी नियम का पालन नहीं करेंगे तो क्या होगा? जाहिर है आप किसी vehicle से टकरा जायेंगे या गाड़ी कही सड़क के नीचे चली जायेगी। शेयर मार्किट में भी यही नियम लागू होता है।
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शेयर मार्केट में उपयोग होनेवाले शब्दावली
शेयर मार्केट की जानकारी क्यों लेनी चाहिए?
शेयर मार्केट extra income जनरेट करने का अच्छा तरीका है। अगर इसकी शिक्षा ली जाए और treder या invester के रूप में अपनी वेल्थ को लगाएंगे तो आप अच्छा खासा प्रॉफिट कमा सकते है। इंडिया में कई सारे लोग ट्रेडिंग को प्रोफेशनली कर करे है, और प्रतिदिन अच्छा मुनाफा कमा रहे है। राकेश झुनझुनवाला, रामदेव अग्रवाल, वॉरेन बफेट,जैसी कई हस्तियां है जिन्होंने शेयर मार्केट से करोड़ो की संपत्ति कमाई है।
आप भी उन्ही की तरह उनके रूल्स को follow करेंगे तो आप भी शेयर मार्केट से पैसे कमा सकते है, वो भी बिना अपना job छोड़े। जब तक आप कोई जानकारी नहीं लेंगे तब तक आप उनसे इंट्रेस्टेड कैसे हो सकते है? कुछ सालों पहले मैं भी आप लोगो की तरह ही शेयर मार्केट को जानता तक नहीं था। लेकिन आज मैं खुद treding करके पैसे कमा रहा हु, जिससे मेरी extra income हो रही है। आज के महंगाई के दौर में लोग earning करने के अलग अलग तरीके ढूंढते रहते है ताकि खर्चे के साथ साथ पैसे भी बचाया जाए।
शेयर मार्केट क्या है हिंदी में, What is share market? In hindi
Share market ये एक ऐसी जगह है जहां विविध कंपनियों के शेयर्स आम जनता के लिए कंपनियों में हिस्सेदारी लेने के लिए जारी किए जाते है। शेयर मार्केट को स्टॉक मार्केट भी कहते है। इंडिया के मार्केट में 5000 से भी ज्यादा कंपनी के शेयर्स बाजार में उपलब्ध है। जिसे कोई भी शेयर्स की खरीदारी और बिकवाली करके मुनाफा कमाया जा सकता है।
शेयर मार्केट एक ऐसा बाजार है जहा कंपनियों के शेयर बेचे और खरीदे जाते है। ये बिलकुल सब्जी मंडी के बाजार जैसा ही समझ सकते है। ये किसी दूसरे बाजारों की तरह ही खरीदार और बिकवाली करने वाले एक तरह का मोल भाव करते है, और सौदे पक्के किए जाते है। दोनो के हिसाब से जब किमत मेल खाती है तो सौदा पक्का हो जाता है।
यहां आप किसी भी पसंदीदा स्टॉक को खरीद सकते है और जब चाहे बेच सकते है, जैसे को अन्य बाजारों में होता है। हम उन कंपनियों के स्टॉक्स खरीदकर उस कंपनी के हिस्सेदार बनने का मौका मिलता है। कंपनी के कुल शेयर्स में से जितना परसेंट के शेयर खरीदते है उतना परसेंट के हम कंपनी के हिस्सेदार कहलाएंगे।
बहुत पहले शेयर मार्केट के सौदे आपस में बोलचाल करके किए जाते थे और deal पूरी की जाती थी। लेकिन अब डिजिटल युग में सारा लेनदेन stock exchange द्वारा किया है। ये लेनदेन stock exchange से जुड़े computers के द्वारा किया जाता है। इस सुविधा के कारण शेयर में इन्वेस्ट करनेवालों के लिए सुविधाजनक हो गया है। कोई भी निवेशक स्मार्ट फोन, कंप्यूटर, या लैपटॉप से शेयर मार्केट से खरीदारी या बिकवाली कर सकता है। आजकल इतनी सुविधा हो चुकी है की कोई आम आदमी भी घर बैठे ट्रेडिंग या इन्वेस्टिंग करता है। अब खरीदने वाले और बेचनेवाले एक दुसरे को जानते तक नहीं है।
अगर एक नजरिए से देखा जाए तो शेयर मार्केट में एक तरह की नीलामी ही की जाती है, जिसे हम प्रत्यक्ष रूप से नहि देख पाते। जब कोई शेयरधारक अपने शेयर्स को बेचता है तब वह उसको जो ऊंची कीमत पर लेने वाला है उसे ही शेयर्स को बेचता है।
ठीक उसी तरह जब कोई शेयरधारक किसे से शेयर्स की खरीदता है तो वह सबसे कम कीमत में जो देता है उसीसे शेयर्स खरीदता है। ऐसा तब होता है जब हम शेयर की खरीदारी या बिकवाली करते समय limit order लगाते हैं। अगर limit order नही लगाते तो market price में share की खरीदारी या बिकवाली होती है।
जब कोई शेयर कम price में मिलता है तो उसे खरीद लेते है और जब price बढ़ जाता है तो बेच देते है और मुनाफा कमाते है।
शेयर मार्केट की बेसिक जानकारी
इंडिया में दो निवेशकों के बीच शेयर्स की खरीदारी और बिकवाली करने के लिए दो exchange है।
- पहला है BSE जिसे bombay stock exchange भी कहते है।
- दूसरा है NSE जिसे national stock exchange भी कहते है।
किसी भी कंपनी को अपना कैपिटल खड़ा करने के लिए शेयर बाजार के exchage में लिस्टेड होना पड़ता है। जहां से आम लोग treding day के दौरान स्टॉक की खरीदारी कर सकते है।
यह दोनो exchange बोली लगाने के लिये निवेशको को सारी सुविधाएं देते है। जब आपका ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खुल जाता है तो ब्रोकर आपको 🆔 और पासवर्ड आपके ईमेल आईडी पर भेजता हैऔर आपके लिए ऐप provide करता है। जिसके लिए ब्रोकरजिनमे हर रोज करोड़ो लोग शेयर्स की खरीदारी और बिकवाली करते है। आप सोच सकते हैं अगर एक ही दिन में करोड़ो लोगों के शेयर का सौदा पूरा करना कितना कठिन होता। लेकिन इंटरनेट के युग में ये सब आसान हो गया। शेयर मार्केट के सारे कार्य मोबाइल,लैपटॉप या कंप्यूटर से हो जाते है। अगर ऐसा न होता तो shares खरीदना और बेचना कितना मुश्किल हो जाता। एक ही दिन में करोड़ो सौदे निपटने पड़ते है जो को बिना network के असंभव था।
क्या आपको पता है, कुछ सालों पहले शेयर का व्यवहार सीधा BSE से होता था। लेकिन अब इंटरनेट और कंप्यूटर्स की हेल्प से कोई भी घर बैठे ट्रेडिंग या इन्वेस्टमेंट कर सकता है। जो पहले कभी सिर्फ पैसेवाले लोग ही ट्रेडिंग करते थे अब आम आदमी भी शेयर्स में इन्वेस्टमेंट कर सकता है, जो की बहुत simple हैं।
प्राइमरी मार्केट और सेकंडरी मार्केट
शेयर मार्केट के दो भाग होते है जिसे प्रायमरी मार्केट और सेकेंडरी मार्केट कहते हैं। जब कोई कंपनी शेयर मार्केट में पहली बार listed होती है और अपने शेयर बेचने के लिए जारी करती है। वह IPO (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग) के जरिए पहली बार अपने शेयर बाजार में लाती है जिससे वह कंपनी बाजार से कैपिटल जुटाती है। मुनाफा कमाने के लिए कई investes IPO आने पर शेयर खरीदते है। इस समय वह कंपनी उसके शेयर्स की कीमत खुद तय करती है। इसे प्राइमरी मार्केट कहा जाता है।
दूसरी होती है सेकेंडरी मार्केट जिसे treded market भी कहते है। इसे रेगुलर मार्केट भी कहते है, इसमें निवेशक एक्सचेंज के माध्यम से अपने ट्रेडेड ऑर्डर करते है। अब कोई कंपनी आईपीओ लाने के बाद सेकेंडरी मार्केट में आ जाती है तो उस कंपनी के शेयर के प्राइस बाजार के उतार चढ़ाव अनुसार चलता है जिसपर उस कंपनी का कोई नियंत्रण नहीं होता। शेयर खरीदने के अलावा आप share market में म्यूचुअल फंड्स, बॉन्ड्स, एसआईपी, करके भी इस मार्केट में इन्वेस्ट कर सकते है। आपको भी इस से जुड़ा रहना चाहिये जो आपके लिए extra income करा सकता है।
शेयर मार्केट में नुकसान से कैसे बचे?
मैने खुद कई लोगों की जुबानी सुना है की शेयर मार्केट में पैसे लॉस ही होता है, शेयर मार्केट सही नही है। यहां में आप लोगों को एक बात बता देना सही समझता हू। शेयर मार्केट किसी भी नजरिए से गलत नही है। गलत है आपके समझने का तरीका। अगर शेयर मार्केट का अच्छे से ज्ञान लिया जाए आप उससे लाभ ही उठाएंगे। लोग अक्सर लॉस हो जाने पर शेयर बाजार को दोष देते है जब की वही गलत treding की होती है।
आपने कही कही सुना होगा की अमुक का पैसा डूब गया, कोई शेयर मार्केट में लूट गया। जब किसी के खरीदे शेयर्स की कीमत गिर गई तो डर के मारे सीना पकड़ लेता है, और कहता है की मेरा पैसा डूब गया। दरअसल शेयर मार्केट में पैसा कभी भी डूबता नही है, बल्कि लॉस होता है जो समय रहते अक्सर बढ़ भी जाता है। लेकिन ज्यादातर लोग पेशंस नही रखते और loss उठाकर शेयर्स बेच देते है। ये शेयर बाजार में होनेवाली सामान्य बात है जो हर किसी के साथ होती है। लेकिन जो जोखिम उठाने की तैयारी रखते है वो मोटा मुनाफा कमाते है।
अगर टॉप की पाच सात कंपनियों में निवेश करके उन्हे कुछ सालों तक hold करके रखते है तो आपको लॉस नही उठाना पड़ेगा, और FD, RD या रिकरिंग से ज्यादा पैसे बना सकेंगे। हमेशा शेयर मार्केट में ट्रेडर ही ज्यादा लॉस करते है। क्यों की वह ज्यादा समय तक किसी शेयर को होल्ड रखने का प्रयास नहीं करते। खरीदे हुए शेयर में थोड़ा लॉस होते ही डर के कारण बेच देते है। इसलिए इन्वेस्ट कभी भी धैर्य रखकर करना चाहिए।
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शेयर क्या है? What is share?
Share का मतलब होता है हिस्सा अगर किसी कंपनी की टोटल कैपिटल को कई समान छोटे-छोटे हिस्सों में बांट दिया जाए तो जो कोई एक हिस्सा या भाग होता है उसे उस कंपनी का शेयर कहते है।
कोई भी कंपनी जब स्टॉक मार्केट में पहली बार लिस्ट होने जाती है वह अपने कैपिटल को लाखो, करोड़ो हिस्सो मे बाट देती है। उनमें से किसी भाग को शेयर कहते है।
Share का मतलब होता है हिस्सा और मार्केट का मतलब होता है बाजार। यानी ऐसा बाजार जिसमे अलग अलग कंपनीज के शेयर की खरीदा और बेचा जाता है। जब भी हम किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो हम उस कंपनी के शेयर धारक कहलाएंगे।
मान लीजिए कोई एक कंपनी है जिसके 100 शेयर्स है और कोई अगर उसके 10 शेयर्स खरीद लेता है तो वह व्यक्ति इस कंपनी का 10% हिस्सेदार कहलाएगा। कंपनी के टोटल शेयर्स में से हम जितना परसेंट शेयर खरीदते है उतना परसेंट के हम कंपनी के हिस्सेदार हो जाते है। उन शेयर्स को हम जितना चाहे उतने समय तक hold रख सकते है। सही कंपनी के शेयर ज्यादा समय तक hold करने से ज्यादा लाभ हो सकता है।
जो कंपनी अपने बिजनेस को बढ़ाना चाहती है वह शेयर मार्केट में लिस्टेड हो जाती है जिससे वह कंपनी अपने शेयर बेचकर कैपिटल बढ़ती है और उसे कंपनी का विस्तार करती है।
कंपनी का आईपीओ ( IPO) कैसे निकाला जाता है?
कई बार आपने समाचारों में सुना या पढ़ा होगा की अमुक कंपनी अपना आईपीओ ला रही है। अब आप सोच रहे होंगे की आखिर आईपीओ है क्या।
जब कोई कंपनी नए से स्टॉक मार्केट में अपने शेयर को लाना चाहती है तो वह आईपीओ लाती है। नए begginers लोग जो ये नही समझते की शेयर बाजार कैसे चलता है इसके लिए आइए एक example से समझे है :
मान लीजिए की आपने कोई एक कंपनी शुरू की और उसमे बिजनेस भी अच्छा हो रहा है। लेकिन अब आप चाहते है की इसे और बड़ा किया जाए। कंपनी को बढ़ाने के लिए आपके पास प्लान भी है पर इसके लिए आपको 40 से 50 लाख रुपयों की जरूरत है अब सवाल आता है की इसे बड़ा करने के लिए इतना बड़ा कैपिटल कहा से जुटाए। बैंक से loan लेने की सोचे तो बहुत बड़ा इंट्रेस ( ब्याज) देना पड़ेगा तो हम क्या कर सकते है?
इसके लिए एकमात्र तरीका यही हो सकता है की कंपनी को शेयर मार्केट में लिस्टेड किया जाए। कंपनी के शेयर जारी कर दिया जाए तो लोग आपकी कंपनी में पैसे लगाएंगे। फिर 50 लाख क्या, उससे भी कई ज्यादा capital आसानी से बना सकते है। लोग आपकी कंपनी में पैसे क्या देखकर लगाएंगे। ऐसा क्या हो सकता है जिसे देखकर लोग आपकी कंपनी में पैसे लगाएंगे। चलिए अब इसे भी जान लेते है...
- आप उस कंपनी के business को देख सकते है।
- कंपनी की manegement quality और स्टॉक के प्राइस की तुलनात्मक अध्ययन करे।
- सेबी की वेबसाइट पर आईपीओ लाने वाली कंपनियों का रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस होता है, उसे देख सकते है।
- प्रॉस्पेक्टस के main मुद्दो पर नजर डाल सकते है।
- Company की वेबसाइट पर जाकर उसमे about us और summary को पढ़ सकते है।
इस तरह आप आईपीओ में इन्वेस्ट करे या न करे इसका पता लगा सकते है।
आइए अब जानते है की कंपनी का ipo कैसे निकाला जाता है। जब कोई भी अपनी कंपनी को NSE (national stock exchange) और BSE ( bombay stock exchange) में लिस्टेड करवाना चाहता हैं तो इसके लिए कुछ रूल्स और नियम होते है।
Stock exchange में कंपनी को लिस्टेड करने के लिए आपको सबसे पहले SEBI के पास जाना होगा। SEBI आपसे कंपनी की details मांगेगी और उन्हे चेक करेगी। अगर SEBI को सही लगा तो वह आपका approval पास करेगी।
approval पास होने के बाद जब आप अपने कंपनी के शेयर्स को सेल करने जा रहे है और आपकी कंपनी के टोटल कितने assets है, और कंपनी की कैपिटल वैल्यू क्या है उस हिसाब से कंपनी का आईपीओ निकाला जाता है जिसे आम निवेशक खरीदते है।
जब कोई कंपनी नए से आईपीओ लेकर आती है तो कई इन्वेस्टर उसे खरीदने के लिए उत्साहित रहते हैं। क्यों की जब कोई अच्छी कंपनी exchange में लिस्टेड होना चाहती है तो उसके स्टॉक का प्राइस बहुत कम होता है। कंपनी का कारोबार अच्छा है तो उसके शेयर्स का प्राइस बहुत कम समय में निवेशकों को कई गुना रिटर्न देती है। हमेशा बड़े निवेशक इस का फायदा उठाते है। वही आम निवेशक उसमे पैसा लगाने से डरते है, की कही बड़ा लॉस ना हो जाए।
आईपीओ में पैसा लगाना मतलब पैसे को कई गुना बढ़ाना ऐसा बिलकूल नही है। कई बार आईपीओ आने के बाद कई कंपनियों के शेयर का price ओर भी गिर जाता है। इसलिए किसी अच्छी कंपनी के आईपीओ में ही पैसे लगाना उचित होता है।
लेकिन ये इतना आसान नहीं है जितना आप समझ रहे है। इसके लिए उस कंपनी के financial status को अच्छेसे investigate करना चाहिए। उस कंपनी की भविष्य की क्या प्लानिंग है उसे समझना पड़ता है।
शेयर मार्केट का क्या महत्व है
सही नजरिए से देखा जाए तो शेयर मार्केट देश की अर्थव्यवस्था का बहुत बड़ा हिस्सा होता है। इसी के दम पर देश का विकास बढ़िया तरीके से होता है।
मान लीजिए अगर शेयर मार्केट नही होता तो इतनी सारी कंपनियों को अपना विस्तार करने के लिए capital कहा से आता। अगर इतनी बड़ी मात्रा में कैपिटल नही मिलता तो कंपनिया grow कैसे करती, उनकी ग्रोथ अच्छी होती है तभी तो लोगों को रोजगार मिलता है। तभी देश अपने आप में समृद्ध होता है। इसलिए देश के विकास में शेयर मार्केट का बड़ा योगदान होता है। फंडिंग के सिवा कोई भी बिजनस नही चल सकता है और फंडिंग का सबसे बड़ा स्त्रोत शेयर मार्केट ही है। लोग अमीर बनने के लिऐ शेयर मार्केट में अपना पैसा इन्वेस्ट करते है, वह पैसा कंपनी अपने कंपनी के ग्रोथ के लिए उपयोग करती है। अगर कंपनिया ग्रोथ करती है तो देश की तरक्की होती है। साथ ही लोग भी शेयर मार्केट से अच्छा रिटर्न प्राप्त करके अपनी फाइनेंशियल कंडीशन में सुधार कर पाते है इसलिए शेयर मार्केट का बहुत महत्व है
दूसरे नजरिए से देखा जाए तो लोग इनमे invest करके लाभ उठाते है जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आता है। इसलिए जितने ज्यादा लोग स्टॉक मार्केट से जुड़ेंगे उतना देश का विकास ज्यादा हो सकेगा।
देश की कंपनिया जितना grow करेगी उतना देश समृद्ध होगा। इसीलिए government उद्योगाें को बढ़ाना चाहती हैं।
कंपनी निवेशकों को dividend और bonus क्यू देती है?
हर एक कंपनी चाहती है की ज्यादा से ज्यादा लोग अपनी कंपनी के शेयर्स को long term के लिए खरीदे। क्यों की निवेशकों के पैसे को कंपनी लंबे समय के लिए use करके ग्रोथ के लिए उपयोग कर सके।
इसलिए कंपनी समय समय पर निवेशकों के लिए dividend और bonus के रूप में लाभ प्रदान करती है। ताकि निवेशकों को आकर्षित किया जा सके। कंपनी के लिए long term निवेशक ज्यादा लाभकारी होते है।
Share market में किस किस तरह के स्टॉक्स होते है?
शेयर मार्केट में सभी स्टॉक एक सरीखे नही होते, उनमें में कही ना कही कुछ ना कुछ फर्क होता है। जैसे ;
- कुछ स्टॉक ज्यादा volatile होते है।
- कई शेयर अचानक से बढ़ते हैं और अचानक से गिरते है।
- कई स्टॉक की लिक्विडिटी बहुत ज्यादा होती है तो कई स्टॉक की कम होती है।
- कई स्टॉक एक line length ke sath बढ़ते ही रहते है।
- कई स्टॉक मीडिया में या समाचारों में आए दिन चर्चा में रहते है।
- कुछ शेयर ऐसे होते है जो ज्यादा बढ़ते नही और ज्यादा घटते नही।
हमे कौनसे स्टॉक के शेयर्स खरीदना है ये इसपर निर्भर करता है, की हम किस तरह की मार्केट में ट्रेडिंग करना चाहते है, जैसे...
- अगर हम intraday करना चाहते है तो हामवाही स्टॉक चुनेंगे जिसका price एक दिन के अंदर ज्यादा घटता और बढ़ता हो।
- अगर हम swing tred लेना चाहते है तो हम ऐसे स्टॉक्स चुनेंगे जो छे सात दिन के अंदर अच्छी growth करते हैं।
- वही अगर हम लॉन्ग टर्म के लिए investment करना चाहते है तो हम ऐसे स्टॉक का चयन करेंगे जो large cap हो, साथ ही जो consistancy के साथ बढ़ते रहे।
ट्रेडर खुद निर्णय ले सकता है की उसे किस टाइप का शेयर खरीदना है। ऐसी ही कंपनीज के शेयर खरीदते है और कीमत बढ़ जाने पर बेचकर मुनाफा कमाते है। वही अगर शेयर का price गिर जाता है तो नुकसान उठाकर बेच देते है।
ज्यादातर जो लोग पैसा कमाने के लिए बाजार में निवेश करते है उन में ऐसा देखा गया है की हर treder ज्यादातर चुनिंदा शेयर्स में ही ट्रेड करता है। बाकी अन्य शेयर को watchlist में भी नही रखता। उनकी अपनी अपनी पसंद होती है, ये देखा जाए तो एक तरह से अच्छा भी होता है। क्यों की कोई ट्रेडर जिन शेयर में पैसा लगता है उनकी उसे पहचान हो जाती है की कौनसा शेयर किस तरह से घटता और बढ़ता है। उनकी moovment किस तरह की होती है, जिससे उन्हें ट्रेड करने में आसानी होती है।
Sensex और निफ्टी 50 क्या है? What is sensex and nifty?
कई लोगों को पता ही नही होता की सेंसेक्स और निफ्टी क्या है? अगर आप भी इनके बारे में नहीं जानते तो अब जान जायेंगे। आपने अक्सर समाचारों में कई बार सुना होगा..
- आज निफ्टी 50 और सेंसेक्स उछाल आ गया।
- आज सेंसेक्स और निफ्टी गिरने से निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा।
- निफ्टी आज इन अंक ऊपर चला गया।
- निफ्टी और सेंसेक्स के बढ़ने से निवेशक हुए मालामाल
अब आप सोच रहे होंगे की शेयर मार्केट में nifty और sensex इतने चर्चित क्यों है? आखिर निफ्टी और सेंसेक्स क्या है? अगर आप शेयर मार्केट से जुड़ चुके है या जुड़ना चाहते है तो आपको निफ्टी और सेंसेक्स की जानकारी होनी चाहिए। यह मैं आपके निफ्टी और सेंसेक्स से जुड़े सवालों के जवाब मिलेंगे जैसे ;
- निफ्टी और सेंसेक्स क्या है?
- निफ्टी और सेंसेक्स कैसे काम करता है?
- Sensex और निफ्टी कब गिरता है, कब बढ़ता है?
- Sensex और nifty में क्या अंतर है?
- क्या निफ्टी और सेंसेक्स NSE और BSE दोनो में लिस्टेड है?
- अक्सर न्यूज में निफ्टी और सेंसेक्स की बात क्यू होती है?
आपके इन सभी सवालों के जवाब बिलकुल easily समझते है, जिससे आपका कोई dout नही रहेगा।
दरअसल निफ्टी और सेंसेक्स ये एक सूचकांक है।
दरअसल बात ये है की ज्यादातर निवेशक nifty और sensex को देखकर कल मार्केट क्या मूवमेंट करेगी ये
पता लगाया जाता है। Nifty और sensex के अनुरूप मार्केट का moovment होता है, इसलिए ये ज्यादा पॉपुलर है।
सेंसेक्स और निफ्टी इंडिया की टॉप कंपनीज का इंडेक्स है, जो देश की बड़ी परफॉर्मेंस को बताती है। उन्ही कंपनियों के आधार पर सेंसेक्स और निफ्टी का प्राइस बढ़ता है या घटता है।
सेंसेक्स ये इंडिया की टॉप 30 कंपनी शामिल रहती है।सेंसेक्स या निफ्टी में वही कंपनिया शामिल होती है जिनके पास फ्री फ्लोट कैपिटल होता है। इन्ही कंपनीज की प्रगति पर सेंसेक्स में उतर और चढ़ाव होते है, अगर इनकी performance खराब हुई तो सेंसेक्स पर इसका असर पड़ता है। BSE में 5000 से भी ज्यादा कंपनीज शामिल है, इसलिए कोई भी इन्वेस्टर सभी पर नजर नहीं रख सकता। सेंसेक्स में अलग अलग सेक्टर से टॉप की 30 कंपनीज ली गई हैं जिससे सारे बाजार की रूपरेशा समझ सकते है।
वही निफ्टी में टॉप की 50 कंपनीज शामिल रहती है जिसे निफ्टी 50 भी कहा जाता है। इन दोनो के आधार पर आज शेयर बाजार किस दिशा में जायेगा ये आंका जाता है। इसलिए लोग सेंसेक्स और निफ्टी पर नजर रखते है। ये सब कैसे होता है इसे कुछ detail में समझते है।
शेयर बाजार में अगर किसी सेक्टर की टॉप की कंपनी अच्छा ग्रोथ करती है तो उस सेक्टर से जुड़ी बाकी कंपनीज भी अपने हिसाब से अच्छा ग्रोथ करती है। इसी तरह कुल 30 कंपनीज का डेटा मिलाकर सेंसेक्स बनता है, जिसे इंडेक्स भी कहा जाता है। निफ्टी का भी ठीक ऐसा ही है और इसे भी इंडेक्स कहा जाता है।
यहां आप ये मानकर नही चल सकते की अगर किसी सेक्टर की कंपनी का शेयर आज ग्रोथ हो रहा है तो इस सेक्टर की सभी कंपनीज ग्रोथ ही करेगी। सेंसेक्स या निफ्टी के आधार पर ये लगभग 60 से 70%तक सही साबित होता है। सेंसेक्स जिस दिशा में जा रहा है इसी दिशा में उस सेक्टर का अन्य शेयर जायेगा ये हर बार नहीं होता।
सेंसेक्स और निफ्टी 100% सही होते है ऐसा भी नहीं है। कभी कभार ऐसा भी हो सकता है की सेंसेक्स या निफ्टी आज बढ़ रहा है लेकिन लगभग बाकी की कंपनीज में ग्रोथ नही हो रही।
शेयर मार्केट कैसे स्टार्ट करे – How to Invest in Share Market in Hindi?
बहुत सारे लोग ये तो जानते है शेयर मार्केट में पैसे इन्वेस्ट करके पैसे कमाए जाते है बेग्जिनर्स को तो पता नही होता की शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कैसे करते है? चलिए अब इस consept को भी जान लेते है।
शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कैसे करते है? इसे जानने से पहले आपको ये भी जानना पड़ेगा की :
इसके लिए आपको स्टॉक ब्रोकर जरूरत होती है। एक ऐसा ब्रोकर जो आपके अनुरूप ठीक भीतर हो। इंडिया में कुछ ब्रोकर फुल servise मुवैया कराते है। कुछ ब्रोकर्स discount broker होते हैं।
उन्ही ब्रोकर के माध्यम से आप शेयर को buying और एक selling कर सकेंगे। इसके लिए दो तरह के अकाउंट ओपन किए जा सकते है।
- Treding account : जब आप किसी शेयर में ट्रेडिंग करते है तो आपको Treding account की जरूरत पड़ेगी।
- Demat account : इस account के जरिए आप ट्रेडिंग भी कर सकते है और इन्वेस्टिंग भी कर सकते है।
आपको कोई एक account किसी अच्छे broker के साथ खोल लेना चाहिए। जिसे आप ऑनलाइन भी खोल सकते है।
शेयर मार्केट में treding या investing करने के लिए आप के पास डीमैट अकाउंट होना जरूरी है। इंडिया में कई सारे ब्रोकर्स है को ब्रोकिंग की सेवाएं मुहैया कराती है जैसे_
- Kite zerodha
- Angel one
- Upstoqx
- HDFC securities
- Kotak securities l
- Aastha trede
इनके अलावा और भी कई ब्रोकर्स है जो अच्छी सर्विसेज मुहैया कराते है। आप किसी अच्छे ब्रोकर से डीमैट अकाउंट खोलना पड़ेगा। आप मोबाइल से उनकी वेबसाइट पर जाकर demait account खोलना पड़ेगा।
शेयर मार्केट से पैसे कमाए?
स्टॉक मार्केट में कुछ तरीके है जिससे प्रॉफिट किया जा सकता है। यहां हम सभी तरीको के बारे में जानेंगे। शेयर मार्केट में दो तरह से पैसों से प्रॉफिट किया जाता है।
- Treding
- Investing
अब ये भी जान लेते हैं की treding और investing होता क्या है। कई सारे लोगों को ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग में कुछ भी फरक नजर नहीं आता। लेकिन सही मायने में इनमे बहुत फर्क होता है। अगर आप एक दिन के लिए, या ज्यादा से ज्यादा दो तीन दिन के लिए शेयर को होल्ड रखते है तो तो आप treder है। अगर कुछ महीनो से लेकर सालों तक शेयर को holding में रखते है तो आप इन्वेस्टर है।
कई लोग मार्केट में ऐसे भी होते है जो investing के साथ treding भी करते है। देखा जाए तो इन दोनो में समय का फर्क होता है।
Treders और investers दोनो ही शेयर मार्केट में मुनाफे की तलाश में रहते हैं, लेकिन वह दोनो ही अलग अलग रास्ते से अपनी मंजिल पाना चाहते है। ट्रेडर कुछ महीनो, सप्ताहों, दिनों, यहां तक की वह कुछ मिनटों में भी लॉस या प्रॉफिट उठाकर शेयर मार्केट से बाहर निकल आते है। वही investers सालों तक एक ही स्टॉक को holding रखते है।
मार्केट को देखने का दोनो का नजरिया भी अलग होता है। जो treders होते है वह टेक्निकल एनालिसिस के अनुसार ट्रेड लेते है, वही investers फंडामेंटल एनालिसिस के अनुरूप स्टॉक में इन्वेस्ट करते है।
इनके अलावा शेयर मार्केट से पैसे एम कमाने के और भी तरीके है जैसे ऑप्शन ट्रेडिंग और फ्यूचर ऑप्शन, जिसे मैं किसी और पोस्ट में discuss करूंगा।
शेयर मार्केट में Capital के हिसाब से कितने तरह के स्टॉक होते है?
स्टॉक बाजार में कुल तीन तरह की कंपनिया होती है। जिसे मैं आप को आसान भाषा में समझता हू। जब आप शेयर मार्केट की जानकारी जानने के उत्सुक है तो आपको ये भी जान लेना चाहिए की आखिर मार्केट कैप क्या होता है।
यहां cap का मतलब capital होता है। कैपिटल के अनुसार small cap, mid cap, large cap की कंपनीज होती है।
मार्केट कैप क्या है इसे एक उदाहरण से समझते है :
मान लीजिए किसी कंपनी के पास 1 करोड़ शेयर है ओर आज उस कंपनी के शेयर का भाव 200 है तो इन दोनो को गुना करने से जो संख्या प्राप्त होगी उसे उस कंपनी का मार्केट कैपिटल कहते है।
Large cap कंपनी किसे कहते है? : जिस कंपनी का मार्केट कैपिटल 20,000 करोड़ से ज्यादा है उन कंपनी large cap कंपनी कहते है।
Midcap कंपनी किसे कहते है? : जब किसी कंपनी का मार्केट कैपिटल 5,000 करोड़ से लेकर 20,000 के बीच है उस कंपनी को midcap कंपनी कहते है।
Small cap कंपनी किसे कहते है : जब किसी कंपनी का मार्केट कैपिटल 5000 करोड़ से कम है उसे स्मॉल कैप कंपनी कहते है।
यह आपने ट्रेडर्स vs इन्वेस्टर्स के बीच का अंतर को जान लिया। अब किस किस तरह से ट्रेडिंग की जाती है उसे भी जान लेते है।
- Intraday : जिसे डे ट्रेडिंग भी कहा जाता है। जिस दिन शेयर को खरीदा है, उसे इसी दिन sell की जाती है उसे intraday ट्रेडिंग कहते है। जिस दिन आपने शेयर खरीदा उसी दिन उसे बेचना भी पड़ता है। अगर आप मार्केट बंद होने से पहले लिया हुआ ट्रेड पूरा नहीं करते तोतो 3.20pm को आपका ब्रोकर आपका ट्रेड पूरा कर लेता है जिसे square off करना कहते है, जिसके कुछ एक्स्ट्रा चार्ज देने पड़ते है। ट्रेडर्स एक दिन के भीतर कितने भी ट्रेड ले सकता है। लेकिन इसके लिए पर ट्रेड brokarage देना पड़ता है।
Intraday में ट्रेडर्स को कई तरह के advantage और disadvantage होते है।
Intraday के advantage ( गुण)
- Intraday के लिए ट्रेडर्स को margin मिलता है, जिसे उदाहरण से समझते है। मान लीजिए किसी कंपनी का शेयर की कीमत 100 रुपया है और आपके पास ₹10000 है जिससे आप 100 शेयर ही खरीद पाएंगे, जब आप कुछ दिनों के लिए शेयर खरीदते है तो। लेकिन वही अमाउंट से Intraday करते है तोआपको पाच गुना मार्जिन मिलता है। जहा आप 100 शेयर ही खरीद पा रहे थे, वही आप 500 शेयर खरीद सकते है।
- Intraday में ओवरनाइट रिस्क नहीं होता।
- डे ट्रेडिंग में जिस दिन प्रॉफिट या लॉस होता है, उसी दिन इसका निपटारा हो जाता है। इसलिए ज्यादा wait करने की जरूरत नही पड़ती।
- Intraday का एक और फायदा ये है की ट्रेडर को गिरती मार्केट से भी लाभ उठाने लौटा मिलता है। मतलब की वह short sellng करके भी प्रॉफिट कमा सकता है।
- Intraday में ट्रेडर्स को मार्केट की volatility ka labh उठाने का मौका मिलता है।।
- Intraday में ट्रेडर को बड़ा मुनाफा होता है, अगर ट्रेडर इसमें expert हैं।
Intraday के disadvantage (दोष)
- Intraday में जोखिम ज्यादा होता है, जितना लाभ होता है उतनी हानि भी हो सकती है।
- Intraday में जल्दी से निर्णय लेने पड़ते है।
- डे ट्रेडर्स को लगातार मार्केट को ट्रैक करना पड़ता है, जिसमे समय लगता है।
- डे ट्रेडिंग मे ट्रेडर को बहुत ज्यादा brokarage चार्ज देना पड़ता है, क्यो की एक ही दिन में कई बार शेयर को buy और sell किया जाता है।
2. swing treding
स्विंग ट्रेडिंग ऐसी ट्रेडिंग होती है जिसमे स्टॉक को एक से ज्यादा दिन तक होल्ड रखा जाता है। इसमें डे ट्रेडिंग से कम रिस्क होता है। स्विंग के लिए cnc ऑर्डर के माध्यम से शेयर खरीदे जाते है और उन्हें कुछ दिन तक रखकर प्रॉफिट होने पर बेच दिया जाता है। डे ट्रेडिंग की तरह ही इसमें कम समय में प्रॉफिट कमाने के लिए स्विंग ट्रेडिंग की जाती है। इसके लिए चार्ट एनालिसिस करके उचित शेयर्स में स्विंग ट्रेडिंग की जाती है।
3. Investing ( long term investment )p:
Investing दीर्घ समयावधि के लिए की जाती है। किसी शेयर की खरीदकर उसे कई सालों तक होल्डिंग की जाती है। कितने सालों तक होल्ड किया जा सकता है इसकी कोई समयसिमा नही है। इन्वेस्टिंग के लिए फंडामेंटल एनालिसिस और चार्ट एनालिसिस दोनों की जरूरत पड़ती है। ज्यादातर बड़े investers लॉन्ग टर्म के लिए शेयर को होल्डिंग में रखते है।
अगर किसी अच्छी कंपनी के शेयर्स को लंबे समय के लिए होल्ड करने से निवेशक की वेल्थ कई गुना बढ़ सकती है। Investing में ट्रेडिंग के मुकाबले रिस्क बहुत कम होता है और समय देने की जरूरत नहीं पड़ती। निवेशकों को लॉन्ग टर्म में कुछ लाभ अलग से मिलते है जैसे :
- इनको डिविडेंड, बोनस और स्प्लिट का लाभ एक्स्ट्रा मिलता है, जो ट्रेडर्स को नहीं मिलता।
- Long term में इन्वेस्टर्स का पैसा कई गुना बढ़ जाता है,क्यों की उसमे compounding effect काम करता है।
- ट्रेडिंग की तरह निवेशकों को बार बार मार्केट का मूवमेंट देखने की जरूरत नही पड़ती। कभी कभार देखने से भी काम हो जाता है।
- लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट जोखिम मुक्त होती है।
- लॉन्ग टर्म investment में compounding effect से पैसे मल्टीप्लाई होते है जिससे करोड़पति बना जा सकता है।
शेयर मार्केट के लिए डीमैट अकाउंट कैसे खोले?
जब किसी ब्रोकर के साथ demat account खुल जाता है तब ब्रोकर उनकी ऐप का उपयोग करने के लिए user को user id और password प्रदान करते है। उस ऐप में log in हो जाने के बाद आप उस ऐप का use करके आसानी से ट्रेडिंग करके पैसे कमा सकते है।
शेयर खरीदने पहले क्या करना चाहिए
शेयर मार्केट से ऐसा कमाने के लिए आपको आपके डीमैट अकाउंट में fund add करना होगा। फंड add करने के बाद आप स्टॉक मार्केट में आसानी के साथ ट्रेडिंग कर सकते है।
सबसे पहले कितने टाइम के लिए शेयर खरीदकर hold करना है उसे तय करना पड़ेगा। मान लीजिए आप intraday के लिए शेयर खरीदना चाहते है तो आपको वही शेयर खरीदना चाहिए जो अगले एक से दो घंटे में बढ़नेवाला हो।
इसके लिए आप टेक्निकल एनालिसिस का उपयोग करना पड़ेगा। साथ ऐसा स्टॉक को चुनना पड़ेगा जिसकी लिक्विडिटी ज्यादा हो। क्योंकि जब भी शेयर को आप बेचेंगे तो आसानी के साथ बिक जाए।
अब शेयर मार्केट में invest करना चाहते है तो सबसे पहले आपको अपने डीमैट अकाउंट में पैसे डालने होंगे,जिसे ऑनलाइन पेमेंट करके या बैंक ट्रांसफर करके डाला जा सकता है।
अब app खोलने के बाद सबसे पहले watchlist नजर आती है। ऊपर सर्च बार में किसी भी स्टॉक का नाम इंटर करके उसे add कर सकते है, जिसे प्लस बटन पर क्लिक करके किया जा सकता है।
यह आपको सबसे पहले उस स्टॉक को चुनना है जिसमे आपको ट्रेडिंग करनी है। इसके लिए आप ऐप में अपने हिसाब से कोई भी चार्ट लगाकर चयन कर सकते है। चयन के लिए technical analysis करना जरूरी है इसके लिए आप उसी ऐप में इंडिकेटर्स का use कर सकते है, साथ ही उसमे अपने stategies के अनुसार उनमें setting कर सकते है।
किसी भी ट्रेड को लेने से पहले आपको उससे जुड़े कुछ बाते clear कर लेना पड़ता है जैसे :
- आपको किस स्टॉक में ट्रेडिंग करनी है?
- उस स्टॉक को कितने समय के लिए होल्ड करना है?
- स्टॉक को किस समय (कब) खरीदना है?
- किसी कंपनी के कितने स्टॉक खरीदने है?
- जिन शेयर्स को खरीदा है उन्हे किस समय बेचना है?
शेयर बाजार में शेयर कैसे खरीदे और कैसे बेचे,?
जब इन सभी बातों को आपने क्लियर कर लिया, अब जिस शेयर को खरीदना है उसे search bar में टाइप करे या वाचलिस्ट से सिलेक्ट करे। अब screen पर buy और sell नामक दो button नजर आएंगे , अब buy करना है तो buy पर क्लिक करे।
क्लिक करते ही आपके सामने नई स्कीन खुल जायेगी। उसमे आपको जिस शेयर को खरीदना है उसकी सिम्पल सी जानकारी भरनी है।
अब सबसे ऊपर NSE और BSE लिखा है, उनमेसे किसी भी exchange को सेलेक्ट कर सकते है। फिर उसके नीचे regular, cover, amo, iceburg लिखा होगा। जिसमे आपको regular को सेलेक्ट करना है। अब उसके नीचे दाई तरफ Quantity के बॉक्स में उस कंपनी के जितने शेयर खरीदने है उतनी संख्या डालनी है। इसके बाद products के box में एक तरफ intraday mis लिखा होगा और दूसरी तरफ long term cnc लिखा होगा। अब यहां आपको intraday में ट्रेडिंग करनी है तो intraday सेलेक्ट करे। अगर hold करके रखना है, मतलब उन शेयर्स को आज के आज नही बिकना है तो long term cnc को सेलेक्ट करे।
इसके नीचे type लिखा है उसके नीचे market, limit, SL, SL_M लिखा आएगा। अगर आपको अभी शेयर का जो भाव चल रहा है, उसपर आप खरीदना चाहते है तो मार्केट को सेलेक्ट करे। लेकिन अगर आप अभी जो भाव उस शेयर का चल रहा है उससे थोड़ा कम भाव में खरीदना चाहते है तो लिमिट सेलेक्ट कर सकते है। इसके बाद आपको tap to buy पर क्लिक करना है।
अगर आपने market को सेलेक्ट किया है तो tap to buy पर क्लिक करते ही ऑर्डर comlplate हो जायेगा। लेकिन अगर limit सेलेक्ट किया है
तो वह ऑर्डर place हो जायेगा, उसे comlplate होने में कुछ वक्त लग सकता है।
ऑर्डर comlplate होते ही आपके द्वारा वह शेयर खरीद जाता है। अब वह शेयर आपको उस ऐप के पोर्टफोलियो में जाकर position section में नजर आयेगा। वहा आप प्रॉफिट और लॉस को भी देख सकते है।
मेरे ख्याल से अब आपको समझ आ गया होगा की शेयर कैसे खरीदा जाता है।
शेयर बाजार से अमीर बनने की एक लंबी यात्रा होती है। लेकिन कुछ उपायों का पालन करके आप अपनी यात्रा को सहज बना सकते हैं। यहां कुछ टिप्स हैं जो आपको शेयर बाजार में अमीर बनने में मदद कर सकते हैं:
शेयर बाजार से अमीर कैसे बने?
1. सही शेयर चुनें: शेयर बाजार में सही शेयर का चयन बहुत महत्वपूर्ण होता है। आपको उन स्टॉक्स की आवश्यकता है जो आपको लगता है कि उनमें भविष्य में वृद्धि होगी। आपको एक साथ देखने के साथ शेयर करना चाहिए और अपनी निवेश नीति के साथ मेल खाने वाले शेयर को चुनना चाहिए।
2. निवेश करने से पहले शेयर बाजार का अच्छी तरह से अध्ययन करें: शेयर बाजार में निवेश करने से पहले आपको शेयर बाजार का अच्छी तरह से अध्ययन करना चाहिए। आपको शेयर बाजार के बारे में सभी जानकारी जैसे पूंजी बाजार, शेयर का मूल्य, उच्च और निम्न स्तर आदि की जानकारी होनी चाहिए।
3. धीमी शुरुआत करें: शेयर बाजार में शुरुआत में आप धीमी गति से निवेश करें। आप अपनी निवेश नीति के अनुसार शेयर में धीमी गति से निवेश कर सकते हैं।
4. निवेश नीति बनाएं और उसे बनाए रखें: शेयर बाजार में निवेश करने से पहले आपको अपनी निवेश नीति बनानी चाहिए। आपको यह तय करना होगा कि आप कितना प्रतिशत निवेश करेंगे और आपकी निवेश नीति क्या होगी। आपको वह शेयर्स को कई सालों तक होल्ड रखना है, जिससे आपको।कई गुना का रिटर्न मिल सके।
अब आपने शेयर तो खरीद लिया है पर उसे कैसे बेचे है इसे भी जानना जरूरी है। खरीदे हुए शेयर को सेल करने के लिए portfolio मे जहा शेयर की जानकारी है वहा क्लिक करने के बाद सिंपली sell ऑप्शन पर टिक करना है। अब जो फार्म खुलेगा उसमे वही डालना है जो आपने खरीदते समय डाला था। सिर्फ शेयर की जो संख्या है उसे जितना बेचा चाहते है उतनी क्वांटिटी डाले और सारे शेयर बेचने है तो पूरी क्वांटिटी डाल कर सेल पर क्लिक करे।
यहां अगर मार्केट प्राइस पर शेयर बेचना है तो मार्केट सेलेक्ट करे, और मार्केट से कुछ ज्यादा पर सेल करना चाहते है तो price ऑप्शन में अभी चल रही प्राइस से थोड़ी ज्यादा प्राइस डाल दे। यहां प्राइस ऐसी डालना है की ऑर्डर complate हो जाए। मार्केट से दूर की प्राइस डालेंगे तो शायद ऑर्डर पास ही न हो।
अब आपको शेयर की खरीदारी और बिकवाली कैसे की जाती है, ये comsept आपको समझ आ गया होगा। आइए अब जानते है, शेयर की कीमत कैसे बढ़ती और घटती है।
शेयर की कीमत कैसे बढ़ती और घटती है?
जब किसी भी स्टॉक की कीमत बढ़ती या फिर घटती है तो उसके पीछे कोई न कोई कारण जरूर होता है। दरअसल किसी भी शेयर की कीमत डिमांड और सप्लाई पर आधारित होती है। किसी एक समय में कितने लोग शेयर खरीदना चाह रहे है और उसके मुकाबले कितने लोग उसे बेचना चाह रहे है , इसके आधार पर शेयर की कीमत का मूल्यांकन होता है। जब 2019 में कोरोना आया था तो सब शेयर्स को बेचना चाह रहे थे जिससे शेयर मार्केट बहुत ज्यादा गिर आया था।
बेचनेवाले से खरीदार ज्यादा होंगे तो भाव बढ़ता है और खरीदारी से ज्यादा बेचनेवाले होते है तो भाव गिरता है। शेयर का भाव गिरना बढ़ना बिलकुल सब्जी मंडी जैसे ही होता है।
शेयर कब खरीद चाहिए और कब बेचना चाहिए?
जब शेयर खरीदने की बात आती है तो वह इस पर डिपेंड करता है कि आप शेयर को कितने समय के लिए ले रहे है। क्यों की समय के साथ खरीदने के मायने भी बदल जाते है। स्विंग ट्रेड के लिए शेयर खरीदा और क्या इसे सालों तक होल्ड रखना सही रहेगा...
नही, अगर कोई शेयर सात आठ के लिए buy किया तो उसे उसी समय के दरम्यान बेचना ठीक रहेगा। ये इसलिए की कोई शेयर आपने स्विंग ट्रेड के लिए ( सात आठ दिन ) खरीदा जो उस हिसाब से ठीक होगा लेकिन वही शेयर long term में डाउन ट्रेड में हो। इसी कारण शेयर खरीदना आप उसे कितने दिन holding रखना चाहते है उसपर depend करता है।
अगर आप इंट्राडे के लिए शेयर खरीदना चाहते हैं तो वह शेयर आधा एक घंटे के अंदर बढ़ेगा ये ध्यान में रखकर खरीदा जाता है। ठीक ऐसे ही अलग अलग समय के उसी समय को mind में रखकर treding करनी पड़ती है।
शेयर खरीदने से पहले जो स्टॉक आप खरीदने की सोच रहे है वह उतने समय में किस दिशा में कितना बढ़ने की या घटने की कितनी ज्यादसंभावना है, इसे ध्यान में रखकर शेयर खरीदना सही रहेगा।
शेयर खरीदने को लेकर कई मायने होते है जैसे ;
जब intraday के लिए शेयर खरीद रहे है तो आपको उस कंपनी का फंडामेंटल देखने की जरूरत ही नही। ये इसलिए की आप वह शेयर आज ही खरीद रहे है और आज ही बेच रहे है।
कल कोई कंपनी प्रॉफिट करेगी या नही, us कंपनी का manegment ठीक रहेगा या नही, वह अच्छा टर्नओवर करेगी या नही, इतना कुछ देखने की जरूरत ही नही। इंत्रदय के लिए आपको सिर्फ टेक्निकल चार्ट ही देखनe पड़ेंगे और उन्हीं के अनुसार ट्रेड ले सकते है।
टेक्निकल चार्ट में ढेरो इंडिकेटर्स होते है, उनमें से आप किसी भी इंडिकेटर्स का use कर सकते है। साथ ही अपने timeframe के अनुसार कुछ बदलाब भी कर सकते है, जो आप धीरे धीरे सिख ही जायेंगे। इंडिकेटर्स का use कैसे करना है ये आप खुद भी experiment से भी सिख जायेंगे।
उसी प्रकार आप स्विंग ट्रेड के लिए भी टेक्निकल एनालिसिस करनी पड़ती है चार्ट के according शेयर को खरीदे जा सकते है। क्यों की swing treding भी intraday की तरह short term मे आती है।
अब बारी आती है लॉन्ग टर्म की मतलब इन्वेस्टिंग की। Investing करनी हो तो सिर्फ टेक्निकल एनालिसिस काफी नहीं होगी। इसके लिए आपको उस कंपनी के fandamental चेक करने होंगे।
fandamental क्या होता है?
अब आप सोचेंगे कि फंडामेंटल क्या होता है? fandamental वो होता है जिससे कंपनी डिटेल्स के बारे में जाना जाता है।
- कंपनी का क्वार्टरली और ईयरली ग्रोथ हो रही है या नही?
- Company के पास free cash flow कितना है?
- उस कंपनी कि भविष्य की क्या योजनाएं है?
- कंपनी का management कैसा है?
- कंपनी का आज तक का इतिहास कैसा है?
- कंपनी के पास क्या ऐसा कोई खास है जो उस सेक्टर से रिलेटेड कंपनीज से उसे अलग बनाती है?
- कंपनी ने आज तक अलग अलग टाइम के अनुसार इन्वेस्टर को कितने परसेंट रिटर्न दिए है?
- कंपनी पर क्या कोई कर्जा है या कंपनी ने अपने शेयर्स गिरवी रखे है?
- सबसे जरूरी बात मैं अगर उस कंपनी के शेयर long term के लिए खरीदता हूं तो मुझे कितने परसेंट तक रिटर्न मिल सकता है?
इसी तरह और भी कई बातें होती है जिसे इन्वेस्ट करने से पूर्व जानना जरुरी होता है। कई लोग ऐसे भी होते है जो लंबे समय के लिए शेयर तो खरीद लेते है लेकिन फंडामेंटल जानना जरूरी नहीं समझते। लेकिन ₹ 50 की सब्जी लेने जायेंगे तो चार जगह सब्जी देखेंगे, नोक झोक करेंगे फिर लेंगे।
शेयर मार्केट में हम अपने मेहनत का पैसा इन्वेस्ट कर रहे है।फिर भी हम fandamental देखना जरूरी नहीं समझते, और कही सुनी पर शेयर्स खरीद लेते है।
अपने राकेश झुनझुनवाला, रामदेव अग्रवाल, वारेन बफेट जैसे लोगो को तो जानते ही होंगे। क्या वह भी ऐसे ही किसी भी शेयर में इन्वेस्ट कर लेते है? इन्वेस्टिंग की दुनिया में उन्होंने इतना मुकाम हासिल किया है, क्या बिना fandamental analysis के शिवाय किया है?
हमेशा एक succesfull investment के लिए वह महीनो तक का wait करते है। क्या आप भी ऐसा कर सकते है? शेयर मार्केट में पैसा कमाने के लिए research, patience
और emotions पर control रखना जरूरी है।
अब बात करते है की शेयर को sell कब करे। Short term में आपने जो शेयर लिए है उन्हे बेचने के लिए भी टेक्निकल एनालिसिस आवश्यक है। जिस समय के लिए आपने स्टॉक को खरीदा है उसके chart analisys के बेसिस पर जब शेयर की कीमत resistance से नीचे moovment करने लगे तो आप इसी स्थिति में शेयर को बेचना चाहिए।
वही अगर आपने लंबे समय के लिए शेयर को खरीदा तो आपको नीचे कोई पॉइंट्स पर गौर करे फिर बेचने की सोच सकते है।
शेयर को कब बेचना चाहिए?
- कोई शेयर पर्याप्त समय holding करने के बावजूद ग्रोथ नही कर रहा तो उसे बेच देना ही बेहतर होगा।
- जिस कंपनी के आपने शेयर खरीदे हुए है और उस कंपनी से related कोई बड़ी bed news aati hai to aapko share को बेच देना चाहिए।
- अगर आपके परिवार को अचानक कोई बड़े amount की जरूरत पड़ जाए, (जैसे, बीमारी, स्कूल डोनेशन ) तो शेयर को बेच देना चाहिए भले वह शेयर अच्छा ग्रोथ कर रहा हदेश या दुनिया में ऐसी कोई situation आ गई हो जैसे युद्ध की स्थिति, महामारी, ऐसी situation में शेयर को बेच देना चाहिए।
दोस्तो, इस guide से आपको ये तो पता चल गया की शेयर को कब buy और sell करना है। अब इसे भी जान लेते है...
शेयर मार्केट कितना रिस्क होता है?
वैसे तो सब लोग स्टॉक मार्केट से पैसे कमाने के लिए हो आते है लेकिन होता यह है की बहुत कम लोग (10%) शेयर मार्केट से पैसा कमा पाते हैं और ज्यादातर लोग (90%) loss उठाते हैं। ऐसा क्यु होता है? क्यों ज्यादातर लोग शेयर मार्केट से पैसा कमा नही पाते? सबसे पहले ये जानना चाहिए, आइए जानते है :
- लोगों का शेयर मार्केट से रिलेटेड माइंडसेट ही ठीक नही होता। आप शेयर मार्केट में पैसा तो जरूर लगाते है, लेकिन आपके मन में एक तरह का डर बैठा होता है। मेरे कहने मतलब आप मार्केट को लेकर कॉन्फिडेंट नही होते। जैसा आप किसी बैंक में मुदती जमा रखकर (पैसा बैंक में रखकर) निश्चिंत रहते है। अब आप कहना चाहेंगे की भाई आप ये क्या कह रहे है? चलिए इस consept को भी समझ लेते है :
आप बैंक में पैसा रखते है इसका आपको क्या इंट्रेस (ब्याज) मिलता है। जवाब है, इतना ही मिलता है जितनी महंगाई बढ़ती है। वही अगर शेयर बाजार में पैसे लगाते है तो कितना रिटर्न मिलता है? लगभग 15 से 18% मिलता है। इसके बावजूद डर ये रहता है की कही हमारे पैसों का लॉस ना हो जाए?
Loss तब होता है जब हम डरके मारे कोई गलत निर्णय लाकर tred करते है। अब सवाल आता है की मार्केट गिरने के डर से कैसे बचे?
यह मैं आपको एक गोल्डन लाइन बताने जा रहा हूं। अगर शेयर मार्केट से पैसा कमाना चाहते है तो इसे अपने दिमाग में बिठा लो।
आप जीतना कम समय के लिए ट्रेडिंग करते है, उतना ही आपके मन में डर लगा रहेगा और जितना लंबे समय का इन्वेसमेंट करेंगे उतना डर कम होगा, यानी ना के बराबर होगा।
जब ट्रेड ले रहे हैं तो नकारात्मक भाव से ना ले, क्यों को इमोशन के चलते सही फैसले भी गलत हो जाते है और हम अपना नुकसान करा लेते है। शेयर मार्केट से
शेयर मार्केट से पैसा कमाने के लिए क्या करना चाहिए?
शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमाए?
इसके लिए कई सारे facter है जिसे नीचे दिया गया है :
- बार बार stetagies ना बदलाए, कोई एक हो stetagies को back test लेकर पास करके ऊपर ट्रेड ले सकते है।
- मेहनत का पैसा किसी के कहने सुनने पर ना लगाए, खुद की stategies बनाओ।
- जितना हो सके लंबे समय के ट्रेड लेने की कोशिश करे।
- जब शेयर बाजार में ट्रेड लेते है तो अपने डर और लालच को control में रखे।
- कोई भी ट्रेड जल्दबाजी में ना ले, मतलब सोच समझकर inbestigation के बाद tred लेना हैं।
- अगर आप मार्केट में begginers है तो सबसे पहले सीखने के बाद ही।investment करे
- अगर आप पहले ही शेयर मार्केट से लॉस उठा चुके है तो लॉस को कवर करने के चक्कर में ज्यादा रिस्की tred नही लेना चाहिए। देखा गया है की बहुत लोग ऐसी ही गलती करते है और लॉस पर लॉस उठाते है।
- कभी भी लोन लेकर के शेयर मार्केट में पैसा नहीं लगाना चाहिए।
- जो गलती आपने treding ke दौरान को थी उसी गलती बारबार ना दोहराए,बल्कि उससे सिख ले की ये गलती मैं फिर से नही करूंगा। इसके लिए ट्रेडिंग सीजन के बाद back test लेकर देखें की मैने क्या गलती करी थी जो मुझे लॉस हुआ।
मैने ऊपर जो rules बताए है उन्हे अच्छी ध्यान में रखकर ट्रेडिंग करे। यही rules आपका लॉस कम करेंगे और प्रॉफिट बढ़ाएंगे। आप को शेयर मार्केट से पैसा कमाने के लिए ऊपर दिए गए नियम को फॉलो करे।
FAQS : शेयर मार्केट किसी कहते है?
Q शेयर मार्केट क्या है इन हिंदी?
Ans : शेयर मार्केट एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां exchange में लिस्टेड कंपनियों के शेयर बेचे जाते है। मतलब ऐसा मार्केट जहां निवेशकों द्वारा शेयर को खरीदा एवं बेचा जाता है। जिसे stock market या इक्विटी मार्केट भी कहा जाता है।
Q India में कितने एक्सचेंज है?
Ans : india में BSE (bombay stock exchange) और NSE (national stock exchange) ऐसे दो स्टॉक स्टॉक एक्सचेंज है।
Q मैं शेयर मार्केट से कैसे जुड़ सकता हूं?
Ans : share market से जुड़ने का सिम्पल तरीका है आप ऑनलाइन किसी भी ब्रोकर के साथ डीमैट अकाउंट खोल सकते है। इमेट खाता खोलने बाद आपका बैंक अकाउंट इसमें add करके आपको उसके जरिए डीमैट a/c me पैसे डालने होते है। उसके बाद वह ब्रोकर जो ऐपआपको provide करवाता है उससे treding कर सकते हैं।
Q मुझे लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट करे या ट्रेडिंग करनी चाहिए?
Ans : ये अपने आप पर निर्भर हैं, अगर आप ट्रेडिंग अच्छा प्रॉफिट कर सकते है तो ट्रेडिंग करे, लेकिन ट्रेडिंग में लॉस कर रहे है तो निफ्टी 50 के किसी अच्छे स्टॉक में लॉन्ग टर्म इन्वेस्ट करे।
Q मैं treding मे सफल कैसे हो सकता हु?
Ans : सीखकर
Q क्या मैं शेयर मार्केट से करोड़पति कैसे बन सकता हूं?
Ans : हां जरूर बन सकते है। अगर आप ट्रेडिंग में बेस्ट कर सकते है तो स्विंग ट्रेडिंग करके भी करोड़पति बना जा सकता है
लेकिन अगर आप शेयर मार्केट में अच्छे स्टॉक को buy करके कई सालों तक होल्ड रख सकते है तो आप करोड़पति जरूर बन जायेंगे।
Q शेयर मार्केट से कितना पैसा कमाया जा सकता है?
Ans : अगर आप share market को अच्छे से सिख लिया और शेयर मार्केट कैसे काम करता है इसे जान लिया तो आप लाखो रुपए महीने के कमा सकते है। जैसे विजय केडिया,वॉरेन बफेट, राकेश झुनझुनवाला।
Q शेयर मार्केट का काम कैसे सीखे?
Ans : share market की किताब पढ़कर, ऑनलाइन ट्रेनिंग सीखकर, इंटरनेट से, शेयर मार्केट में वक्त गुजारकर, शेयर मार्केट रिलेटेड ब्लॉग पोस्ट पढ़कर, फंडामेंटल एंड टेक्निकल एनालिसिस सीखकर आप शेयर मार्केट सिख सकते है।
Q भारत में सबसे अच्छे share broker कौनसे है?
Ans : भारत में सबसे अच्छे शेयर ब्रोकर zerodha, upstock और angel one है।
Q शेयर मार्केट से जल्दी अमीर कैसे बने?
Ans : share market जल्दी अमीर बनने के लिए ऑप्शन ट्रेडिंग और इंट्राडे बहुत अच्छे ऑप्शन है। लेकिन इनमे बहुत ज्यादा रिस्क है। इसे कभी भी बिना सीखे नहीं करना चाहिए। इसके लिए मार्केट में अपना एक्सपीरियंस बढ़ाना पड़ता है, और जब एक्सपर्ट बन जाओ तो तो थोड़ा थोड़ा करके इन्वेस्टमेंट बढ़ाना पड़ता है।
Q शेयर बाजार से पैसे कमाने का सुरक्षित तरीका क्या है?
Ans : किसी अच्छे स्टॉक में इन्वेस्ट करके उसे लंबे समय तक होल्डिंग में रखे, ये सबसे सुरक्षित तरीका है।
Conclution :शेयर मार्केट क्या है, शेयर मार्केट की जानकारी
दोस्तो, मैं आशा करता हु कि आपने इस पोस्ट को पढ़कर जान लिया होगा की शेयर मार्केट क्या होता है फुल जानकारी हिंदी में ( what is share market in hindi)। मैं यह भी आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट बहुत पसंद आई होगी, जिससे आपको शेयर मार्केट से जुड़ी बहुत सारी जानकारी मिल गई होगी।
अगर आप शेयर मार्केट की पूरी जानकारी हिंदी में सीखना चाहते है तो आप ऐसी ही पोस्ट पढ़ने के लिए इस ब्लॉग पर विजिट करते रहिए। इस ब्लॉग में मैं ऐसी ट्रिक्स और statagies को बताने वाला हु, जिससे आप लोग पैसा कमा सकते है। वह statagies आपको पूरे इंटरनेट पर कही भी नही मिलेगी। दोस्तो, अगर पोस्ट पसंद आई तो इसे अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करे और पोस्ट related कोई सवाल, सुझाव हो तो comment जरूर करे।
Post पढ़ने के लिए thanks
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