Intraday (day treding) tips in hindi / इंट्राडे के सबसे बेहतरीन साइकोलॉजिकल टिप्स

जीवन पाटील
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Intraday (day treding) tips in hindi /इंट्राडे के सबसे बेहतरीन साइकोलॉजिकल टिप्स

Intraday (day treding) tips in hindi /11 इंट्राडे के सबसे बेहतरीन साइकोलॉजिकल टिप्स


ट्रेडिंग साइकोलॉजी शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है और इसे हर ट्रेडर को अनदेखा नहीं करना चाहिए। अगर आप ट्रेडर है तो intraday treding के बेहतरीन टिप्स को जानना आपके लिए जरूरी है। देखा गया है की अधिकतर लोग इस पहलू को अनदेखा कर देते है। 


शेयर मार्केट में ज्यादातर लोग इसी वजह से लॉस करते है। कोई भी व्यापारी इंट्रा डे ट्रेडिंग में तभी सफल हो सकता है जब वह व्यापार मनोविज्ञान में महारथ हासिल कर ले। अब सवाल ये आता है की ट्रेडिंग साइकोलॉजी में महारथ कैसे हासिल कर सकते है।


इस पोस्ट मे इसी महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करने के लिए लिखी गई है। अगर आप शेयर मार्केट में begginers है या ट्रेडिंग कर रहे है तो ये पोस्ट आपको पढ़नी हो चाहिए। ये पोस्ट आपकों सफल ट्रेडर बनने के लिए मददगार हो सकती है।


ट्रेडिंग के लिए इस महत्वपूर्ण विषय को नेविगेट करने में आपकी सहायता करने के लिए, हमने एक सफल ट्रेडर बनने में आपकी मदद करने के लिए हमारे शीर्ष ट्रेडिंग मनोविज्ञान युक्तियों की एक सूची तैयार की है। आइए इसे समझते है!

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आज हम इस पोस्ट में इंट्रा डे ट्रेडिंग के साइकोलॉजी टिप्स को बताने वाले है। जो आपकी treding journey को आसान बना देगी। ट्रेडिंग में प्रॉफिट बनाने के लिए साइकोलॉजी कैसे काम करती है, और उसी साइकोलॉजी को कैसे use करना है इस बारे में पोस्ट में विस्तारपूर्वक बताया गया है।


याद रखिए दोस्तों, हमे शेयर मार्केट में लॉस करने के पीछे यही psycology सबसे ज्यादा जिम्मेदार होती है। इसीलिए इस पोस्ट में इसपर फोकस करके इस subject को detail में explain किया गया है। कोई भी इस पोस्ट को पढ़कर समझ सकेगा की Intraday के  साइकोलॉजिकल टिप्स क्या है। मुझे आशा है, अगर आप इस पोस्ट को पूरा पढ़कर उसे फॉलो करते है तो आपको ट्रेडिंग प्रॉफिटेबल हो जायेगी। इसलिए आपसे फिर से रिक्वेस्ट है की पोस्ट को ध्यान से पूरा पढ़ो। ताकि आप इंट्रा डे से आसानी से profit बना सके।


दोस्तो, इस से पहले की इस पोस्ट के मैन टॉपिक पर चर्चा की जाए, मैं आपको मेरे खुद के और इस ब्लॉग के बारे में कुछ बता देना चाहता हूं। मैं जो भी पोस्ट लिखता हूं और शेयर मार्केट के अलग अलग topic जानकारियां देता हूं, वह मैं खुद के अनुभव के आधार पर ही देता हूं।


मैं खुद भी ट्रेडिंग करता हूं और यही चाहता हूं की मेरी तरह ही आप भी ट्रेडिंग में सफल हो। इसलिए मैं किसी भी पोस्ट में वह नही लिखता जो खुद मुझे ही सही न लगे। जो बात मैं खुद स्वीकार नहीं करता उसे आपके लिए कैसे बता सकता हूं।


यही बात है की मैं topmomeytantra इस ब्लॉग में वही टिप्स या जानकारियां बताई जाती है जो सही हो। लेकिन मैं फिर भी आपसे आशा करता हूं की आप खुद दिए जानेवाले टिप्स पर खुद से रिसर्च करे, फिर उसे शेयर मार्केट में उपयोग करे। 


अगर शेयर मार्केट में प्रॉफिट बनाना है तो खुद की रिसर्च करके अपनी जिम्मेदारी पर ट्रेड लेना चाहिए। ट्रेड लेने से पहले सोच विचारपूर्वक निर्णय लेने की आवश्यकता होती है। अगर गलत ट्रेड लेकर लॉस होता है तो इसके जिम्मेदार आप खुद होंगे। 


शायद आपको पता होगा की ट्रेडिंग में लगभग 90% लोग लॉस ही करते है और 10% लोग प्रॉफिटेबल रहते है। साथ ही ये भी पता होगा की ट्रेडिंग में स्ट्रेटजी 20 % काम करती है और साइकोलॉजी 80 % काम करती है। इस बात से आपको समझ आ गया होगा की ट्रेडिंग साइकोलॉजी का क्या effect होता है। अगर इसे सुधारा जाए तो हम आसानी से प्रॉफिट earn कर पायेंगे।


ट्रेडिंग साइकोलॉजी क्यों जरूरी है?


दोस्तो, अगर आप ट्रेडिंग करते है तो आपके साथ ऐसा कई बार हुआ होगा। आपने पूरी रिसर्च करके सही स्ट्रेटजी पर ट्रेड लिया। आपको इसमें प्रॉफिट भी दिखाई दिया होगा, लेकिन लास्ट में आपको लॉस ही हो जाता है। अगर इस तरह आपके साथ होता है तो इस पोस्ट में मैं ट्रेडिंग साइकोलॉजी के बारे में ऐसे टिप्स बताऊंगा, जिससे आप लॉस करना कम कर देंगे और ओवरऑल प्रॉफिटेबल रहोगे।


लगभग हर ट्रेडर के मन में ये सवाल आ सकता है। ट्रेडिंग में मानसिकता का क्या काम है। देखा गया है की ज्यादातर ट्रेडर ट्रेडिंग मानसिकता की वजह से अपने पैसे का लॉस करवाते है। इसके लिए मैं आपको एक उदाहरण देकर समझता हूं।


मान लीजिए आप intraday ट्रेडिंग कर रहे है।  आपको लग रहा है की आज आईटीसी के शेयर की कीमत गिरने वाली है तो आपने आईटीसी के 800 शेयर्स शॉर्ट पोजिशन में खरीदे, जिसकी कीमत 325₹ है। शेयर को खरीदने बाद कुछ हो समय में उस शेयर की कीमत बढ़ने लगती है, जिससे आप घबरा जाते है। सोचने लगते है की कही इसका प्राइस ज्यादा बढ़ गया तो हमे बहुत बड़ा लॉस उठाना पड़ सकता है। ये सोचकर आप उस पोजीशन से एक्जीक्यूट हो जाते है।


अब जैसे ही आप उस शेयर को बेच देते हैं, वह शेयर फिर से बड़ी गिरावट हासिल करता है। फिर आप पछताते रहते है। इसी पोजिशन में आपको बड़ा प्रॉफिट हो सकता था। लेकिन गलत मानसिकता के कारण आपको लॉस उठाना पड़ा।


अब फिर आप उसी शेयर को शॉर्ट पोजिशन में खरीद लेते है। खरीदते ही वह फिर से बढ़ने लगता है और आपका मन कहता है की इस बार itc के शेयर का प्राइस बढ़ ना जाए इस लिए आप फिर उस पोजीशन से एक्जीक्यूट हो जाते है। ये हर ट्रेडर्स के साथ होता है।  ट्रेडिंग में डर और लालच आपके सबसे बड़े शत्रु होते है। ये आपको हमेशा लॉस करवाते रहते है।


ऐसा हर begineers के साथ होता है जिसकी वजह से ट्रेडर्स लॉस को ही बुक करवाते है। अगर आप ट्रेडिंग करते है तो तुम्हारे साथ भी ऐसा कई बार हुआ होगा। अब सवाल आता है की ऐसा क्यू होता है?


ये सब अपनी मानसिकता के कारण होता है, जिसपर हमारा कंट्रोल नहीं होता। दरअसल हम अपने मन में बसे डर और लालच के कारण लॉस करते है। अगर आप ट्रेडिंग करते है तो ये आपको भी पता होगा की जब हमे ट्रेडिंग में प्रॉफिट हो जाता है, फिर भी हम ज्यादा प्रॉफिट के लालच में आकर अपना प्रॉफिट बुक नही करते। फिर इसी वजह से हम अपना प्रॉफिट भी गवा बैठते है।


जब हम कोई ट्रेड लेते है और उसमे आपको प्रॉफिट होता है तो हम प्रॉफिट देखते ही ट्रेड को ये सोचकर  एक्जीक्यूट कर डालते है की को प्रॉफिट हुआ है कही वह भी न चला जाए। लेकिन वही ट्रेड आपको और भी बड़ा प्रॉफिट दे सकता था। जहा 40% से ज्यादा प्रॉफिट हो सकता था वही आप 8 से 10% प्रॉफिट करके निकल जाते है।



वही अगर किसी ट्रेड में लॉस होता है तो आप ज्यादा अधिक समय तक wait करते हैं की अब ट्रेंड रेवर्सल होगा, नही हुआ तो फिर अब होगा। ऐसा करते करते आप बहुत बड़ा लॉस कर डालते है। यह सोचनेवाली बात ये है की प्रॉफिट करते है तो कम करते है और लॉस करते है तो बड़ा करते है तो overall आप लॉस में ही रहते है। अधिकतर नए ट्रेडर की यही स्थिति होती है और यही साइकोलॉजिकल इफेक्ट होता है। अगर इससे नही उबारे तो आपका फंड जीरो हो सकता है। अब सवाल आता है की अपनी treding psycology को कैसे mantain करे।


साइकोलॉजी को मेंटेन करने का तरीका


एक्यूरली ये एक बहुत बड़ा विषय है, इससे खुद को मेंटेन करना इतना आसान नहीं है। लेकिन प्यास से ये संभव हो सकता है। इसमें देखा जाए तो डर और लालच का सबसे बड़ा roll होता है। हमे पैसे खोने का डर और ज्यादा प्रॉफिट करने का लालच रहता है। इसके लिए कुछ बेसिक सी बाते है जिन्हे आप फॉलो कर सकते है।


  • जो भी ट्रेड लेना है वह ऐसा लेना होगा की आपको किसी तरह का कम न रहे। मेरे कहने का मतलब आप shour होकर ट्रेड लेना है।अगर आप ट्रेड लेने के बारे में कन्फ्यूजन में है तो ट्रेड ना लेना ही बेहतर है।
  • स्टॉपलॉस और टारगेट लगाने की आदत डाल ले। इस से आपकी डर वाली लालची मानसिकता से बहुत हद तक छुटकारा मिल जाएगा।
  • कोई भी ट्रेड साइकोलॉजी के आधार पर नही बल्कि लॉजिक के आधार पर लेना चाहिए।  आपको किसी इंडेक्स का या शेयर का प्राइस बढ़ा या घटा तो क्यू बढ़ा और क्यू घटा ये पता होना चाहिए। ट्रेड लेने के पीछे कोई लॉजिक होना चाहिए।
  • ट्रेडिंग के दौरान धैर्य यानी पेशंस रखने से  आप अपनी भावनाओं पर काबू पा सकते है


ये कई तरीके है साइकोलॉजी को सुधारने के। इन तरीकों का ट्रेडिंग में उपयोग में आने जरूरी है। Ovarall इस तरह आप साइकोलॉजी को maintain कर पायेंगे।

FAQS : इंट्राडे के सबसे बेहतरीन साइकोलॉजिकल टिप्स


Q. साइकोलॉजी के कारण ट्रेडिंग में लॉस क्यों होता है?

Ans : share market में हमेशा प्राइस का घटना और बढ़ना चलता रहता है। अगर कोई इंडेक्स का प्राइस बढ़ने हुए घटने लगे तो हम डर जाते है की कही हमे बड़ा लॉस ना हो जाए। यही बात put के ट्रेड में भी होता है।


Q. Share market में psycology को कैसे ठीक करे?

Ans : जैसे की मैने post में बताया हैं की ट्रेड को लॉजिक को ध्यान में रखकर ही लेना सही रहता है। इससे आपको प्राइस के घटने और बढ़ने के कारण साइकोलॉजी इफेक्ट नहीं पड़ेगा।


Q . ऑप्शन ट्रेडिंग में साइकोलॉजी कैसे काम करती है?

Ans : ज्यादातर ट्रेडर ट्रेडिंग के दौरान निर्णय लेते समय दिमाग से नहीं बल्कि दिल से सोचते है, और भावनाओं में आकर ट्रेडिंग करते है। इस तरह ट्रेडिंग में साइकोलॉजी काम करती है।


Q. Treding psycology क्या होती है?

Ans : Treding psycology भावनाओं, व्यवहार और अपनी मानसिकता को दर्शाती है जो ट्रेडिंग के दरम्यान ट्रेडर के द्वारा निर्णय लेते समय उपयोग की जाती है।


Conclution ( निष्कर्ष) : इंट्राडे के सबसे बेहतरीन साइकोलॉजिकल टिप्स

दोस्तो, मुझे आशा है की आप इस पोस्ट को पढ़ने के बाद जान गए होंगे की इंट्राडे के सबसे बेहतरीन साइकोलॉजिकल टिप्स क्या है और उसे कैसे maintaon करे। इस पोस्ट के बताए रूल्स को फॉलो करके आप इंट्रा डे ट्रेडिंग से अच्छा प्रॉफिट कमा सकते है।

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